- डीजीपी ने कहा- आरोपी के अमृतपाल सिंह से भी संबंध चंडीगढ़, एजेंसी। पंजाब
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन्होंने गुरप्रीत सिंह की रेकी की थी।
याचिकाकर्ता ने कहा कि वह खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता नहीं है, लेकिन अमृतपाल सिंह द्वारा पहले दिए गए बयानों से वह बहुत आहत है। पीठ ने कहा कि यह साक्ष्य का मामला है। इसके लिए निर्धारित प्रक्रियाएं हैं। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम में प्रावधान हैं।
पंजाब के पूर्व सीएम और वर्तमान के सांसद चन्नी ने लोकसभा में चुनाव जीतकर आए खालिस्तानी अमृतपाल को NSA के तह्त जेल में बंद किए जाने को "अघोषित आपातकाल" कहा था, जिससे कांग्रेस ने पल्ला झाड लिया है।
चन्नी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि अमृतपाल से जुड़ा मामला न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि यह मामला न्यायालय में है। उन पर गंभीर आरोप हैं।
अमृतपाल सिंह पर चुनावी घोषणापत्र में जानकारी छिपाने के आरोप लगाते हुए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में सांसदी को चुनौती दी गई है।
जालंधर देहात पुलिस ने ओर से श्री खड़ूर साहिब से लोकसभा सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह को आइस (ड्रग्स) के साथ कल रात गिरफ्तार किया था।
खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल का भाई हरप्रीत सिंह पांच ग्राम ड्रग्स के साथ पकड़ा गया है। बता दें कि अमृतपाल नशा मुक्ति केंद्र भी चलाता है। वहीं परिवार का कहना है कि यह बड़ी साजिश है।
Amritpal Singh Social Media: सांसद अमृतपाल सिंह ने सोशल मीडिया एक बयान जारी किया है। इस बयान में सांसद ने कहा है कि अगर मुझे परिवार और पंथ में से कुछ चुनना होगा तो मैं पंथ को चुनूंगा।
बलविंदर कौर ने कहा कि एक सांसद को जेल में रखना और शर्तों के साथ पैरोल देना लोकतंत्र का अपमान है। अमृतपाल पर एनएसए लगाकर उसे जेल में बंद रखना गलत है। याद रहना चाहिए कि अब वह सांसद बन गया है।
Amritpal Singh Oath: अमृतपाल के वकील राजदेव सिंह खालसा ने बताया है कि उन्हें एयरलिफ्ट कर 'सेना के विमान' से दिल्ली लाया जाएगा। टेरर फंडिंग के आरोपों में बंद शेख अब्दुल रशीद भी शपथ लेंगे।
Amritpal singh oath today: जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए पैरोल पर दिल्ली लाया जा रहा है। आज संसद में शपथ लेते ही वो माननीय सांसद हो जाएंगे।
एनएसए के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह 5 जुलाई को शपथ लेंगे। केंद्रीय और राज्य एजेंसियों ने उन्हें लोकसभा के सदस्य के तौर पर शपथ लेने की मंजूरी दे दी है।
पंजाब सरकार ने अमृतपाल सिंह कि परोल के लिए आवेदन को लोकसभा स्पीकर को भेज दिया है। हालांकि अमृतपाल के प्रवक्ता का कहना है कि अब तक इसपर ऐक्शन नहीं लिया गया।
लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर की बारामुला सीट से जीत दर्ज करने वाले राशिद इंजीनियर को शपथ लेने की मंजूरी मिल गई गई। इंजीनियर राशिद ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बारामूला सीट जीती थी।
अमृतपाल सिंह के साथ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद कुलवंत सिंह राऊके बरनाला सीट पर होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार होगा।
अमृतपाल सिंह पंजाब के खडूर साहिब सीट से चुनाव जीतकर सांसद बन चुका है। अब जेल में उसका करीबी भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके भी चुनाव लड़ेगा। बाजेके के बेटे ने इसकी घोषणा की है।
Punjab News: खडूर साहिब से सांसद बने अमृतपाल की रिहाई के लिए परिवार और समर्थकों द्वारा प्रयास किए जा रहे थे। साथ ही मांग की जा रही थी कि अमृतपाल को संसद सदस्य के रूप में शपथ लेने की छूट दी जाए।
अमृतपाल के वकील का कहना है कि अमृतपाल सिंह को एनएसए से बाहर निकालने के लिए प्रयास जारी हैं। अमृतपाल सिंह पर एनएसए मार्च 2023 को लगाया गया था।
Punjab News: कांग्रेस सांसद रंधावा ने कहा कि लोकसभा चुनावों में अकाली दल की शिथिलता और नाकामी से पैदा हुई शून्यता के कारण ही खालिस्तान समर्थक और आतंकी सोच के लोगों की जीत हो सकी है।
Khalistan Supporter Amritpal Singh News: एटॉर्नी जसप्रीत सिंह100 से ज्यादा अमेरिकी नेताओं से संपर्क साधने की योजना बना रहे हैं, ताकि अमृतपाल की रिहाई के लिए भारत सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
लोकसभा चुनाव जीत चुके अमृतपाल सिंह को लेकर सस्पेंस लगातार बना हुआ है? सवाल यही है कि क्या अमृतपाल शपथ ग्रहण के लिए जेल से बाहर आ पाएगा। उसके परिवारवालों ने पूरा जोर लगाना शुरू कर दिया है।
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि हम बहुत खुश हैं कि हमारा बेटा चुनाव जीत गया है। हम उससे मिलने आए हैं ताकि उसे भी खुशी हो कि लोगों ने उसे प्यार किया और भारी मतों से विजयी बनाया है।
लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब से संगठन के प्रमुख जून में बाहर आ सकते हैं। बुधवार को जेल में मुलाकात के बाद अमृतपाल के वकील ने यह दावा किया है।
पंजाब में बीजेपी को नहीं मिली एक भी सीट। खडूर साहिब और फरीदकोट सीटों से दो निर्दलीय नेताओं की जीत ने सब को चौंका दिया है। अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब सीट से 1.97 लाख वोटों से जीत हासिल की।
स्वर्ण मंदिर में गुरुवार सुबह कुछ लोगों ने खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर लहराए। इसके अलावा खालिस्तान समर्थक नारे भी लगाए गए। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं बरसी के मौके पर यह प्रदर्शन हुआ।
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने जेल में रहते हुए पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव जीत लिया है। जीत के बाद उसके माता-पिता ने गांव में अखंड पाठ शुरू कर दिया है। कहा है कि कोई जश्न नहीं मनेगा।
पीडीटी आचार्य ने कहा कि एस्कॉर्ट करने वाली पुलिस टीमें सिर्फ संसद के गेट तक ही आ सकती हैं। गेट पर आरोपी और संसद को संसद की सुरक्षा के हवाले कर दिया जाएगा, जो उन्हें सदन में ले जाएंगे।
सरबजीत सिंह खालसा 2004 लोकसभा चुनाव में बठिंडा से लड़े थे लेकिन 1.13 लाख वोटों से हार गए थे। 2007 में उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा।
कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह ने पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को 1.97 लाख मतों के अंतर से हरा दिया है।