मीराबाई चानू ने Commonwealth Games में लगातार दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतने के बाद जानिए क्या कहा?
टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) के दूसरे दिन गोल्ड मेडल जीत लिया।
टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) ने अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) के दूसरे दिन शनिवार को गोल्ड मेडल जीत लिया। चानू ने महिलाओं की 49 kg वर्ग में 201 किलो के स्वर्णिम प्रदर्शन के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। मॉरिशस की मेरी हानित्रा रोइल्या रानाइवोसोआ कुल 172 किग्रा वजन उठाकर चानू से काफी पीछे दूसरे स्थान पर रही जबकि कनाडा की हना कामिन्स्की ने 171 किग्रा वजन उठाकर कांस्य पदक जीता।
लगातार दूसरी बार गोल्ड जीतने के बाद क्या बोलीं मीराबाई चानू?
मीराबाई चानू ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने के बाद कहा, मुझे बहुत खुशी है कि मैंने पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में 48 किग्रा में जो रिकॉर्ड बनाया था, वो मैंने इस बार बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 49 किग्रा में बनाया। मैंने अपनी ही रिकाॅर्ड को तोड़कर गोल्ड मेडल जीता, जिससे मैं बहुत खुश हूं। टोक्यो ओलंपिक के बाद ये मेरा सबसे बड़ा टूर्नामेंट था और इसमें भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।
अगली बार भी 90 किग्रा भार उठाने का प्रयास करूंगी
उन्होंने कहा, मैं यह सोचकर आई थी कि मुझे खुद से मुकाबला करना है। इसलिए मैंने खुद से फाइट किया और अब मैं अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हूं। मेरा लक्ष्य था यही था कि मुझे 90 किग्रा तक उठाना है। हालांकि यह थाेड़ा रहा गया। लेकिन इससे मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला है। अगली बार मैं जरूर 90 किग्रा का भार उठाने का प्रयास करूंगी।
बाकी एथलीट भी मेडल जीते और देश का नाम रोशन करें
चानू ने 2018 गोल्ड कोस्ट, टोक्यो ओलंपिक और अब बर्मिंघम काॅमनवेल्थ गेम्स में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है। उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं। साथ ही मैं सभी खिलाड़ियों और एथलीटों को बोलना चाहती हूं कि आप लोग भी देश के लिए मेडल जीतें और अपने देश का नाम रोशन करें। हम इंडिया के लिए कुछ करके दिखाएं।
क्या है अगला टारगेट?
ओलंपिक पदक विजेता चानू ने कहा कि अब उनका अगला लक्ष्य विश्व चैंपिंयनशिप में देश के लिए पदक जीतना है। उन्होंने कहा, विश्व चैंपिंयनशिप में मैं इससे भी बेहतर करने की कोशिश करूगी और उसके लिए मैं और अच्छे से तैयारी करूंगी।
परिवार और कोच किया मेडल समर्पित
मीराबाई चानू ने कहा कि वह अपना यह मेडल अपने कोच और परिवार को समर्पित करना चाहती हैं। यहां तक मैं अपने परिवार और कोच की वजह से ही पहुंची हूं, इसलिए उनकी वजह से ही मैं दूसरी बार गोल्ड मेडल जीत पाई हूं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।