नीरज चोपड़ा जैवेलिन थ्रोअर हैं, जिनका जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के खंडरा गांव में हुआ था। नीरज चोपड़ा डिफेंडिंग ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियन हैं। जैवलिन थ्रो में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा एशिया के पहले एथलीट हैं। नीरज चोपड़ा ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स और 2018 एशियन गेम्स में हिस्सा लिया था और दोनों में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया था। पेरिस ओलंपिक में उनसे एक बार फिर गोल्ड मेडल की उम्मीद पूरे देश को होगी। उनकी हाइएस्ट वर्ल्ड रैंकिंग नंबर-1 है, जो उन्होंने 11 मई 2023 को हासिल की थी। टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल हासिल किया था, इसके अलावा वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके नाम एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल दर्ज है। डायमंड लीग में भी नीरज चोपड़ा एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। 2013 में नीरज चोपड़ा ने पहले इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था, जो वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप था। 2014 में इन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल मेडल जीता था। 2018 में नीरज चोपड़ा ने अर्जुन अवॉर्ड जीता था, जबकि 2021 में उन्हें मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 2022 में नीरज चोपड़ा पद्म श्री सम्मान भी हासिल कर चुके हैं।
पीवी सिंधु का पूरा नाम पुसरला वेंकट सिंधु है। सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 को आंध्र प्रदेश के तेलंगाना में हुआ था। सिंधु भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जो दो ओलंपिक मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। इसके अलावा वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंधु गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हैं। बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियन बनने वालीं सिंधु इकलौती भारतीय हैं। अप्रैल 2017 में सिंधु ने करियर की बेस्ट रैंकिंग हासिल करते हुए दूसरे नंबर पर कब्जा जमाया था। बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंधु ने कुल पांच मेडल जीते हैं। 2016 ओलंपिक में सिंधु ने वुमेंस सिंगल्स बैडमिंटन के फाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया था। 2020 टोक्यो ओलंपिक में सिंधु ब्रॉन्ज मेडल जीती थीं। दो ओलंपिक मेडल जीतने वालीं सिंधु इकलौती भारतीय महिला हैं। 2018 और 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिंधु गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। 2013 में सिंधु ने अर्जुन अवॉर्ड जीता था, जबकि 2016 में उन्हें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। 2015 में सिंधु ने पद्म श्री अवॉर्ड जीता है, जबकि 2020 में इन्हें पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
विनेश फोगाट भारतीय महिला पहलवान हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वालीं विनेश फोगाट पहली महिला पहलवान हैं। इसके अलावा विनेश फोगाट इकलौती भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में एक से ज्यादा मेडल अपने नाम किए हैं। लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2019 के लिए विनेश फोगाट नॉमिनेट हुई थीं, इस प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट होने वालीं विनेश फोगाट पहली भारतीय एथलीट थीं। विनेश फोगाट पहलवान राजपाल फोगाट की बेटी हैं और मशहूर महिला पहलवान गीता और बबीता फोगाट इनकी चचेरी बहनें हैं। टोक्यो ओलंपिक मेडल में विनेश क्वार्टरफाइनल में हार गई थीं, इसके बाद इन्हें रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने सस्पेंड भी किया था। विनेश ने अपने देश की साथी पहलवानों के साथ ट्रेनिंग करने से मना किया था और इसके साथ ही इंडियन किट भी पहनने से इनकार किया था। बाद में विनेश ने इसके लिए रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से माफी भी मांगी थी। रियो और टोक्यो ओलंपिक में विनेश मेडल नहीं जीत पाई थीं, लेकिन पेरिस ओलंपिक में भारत को मेडल की उम्मीद विनेश से है। 2019 और 2022 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में विनेश ने ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। इसके अलावा उनके नाम तीन कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड मेडल भी हैं।
28 साल की निखत जरीन भारतीय महिला मुक्केबाज हैं। निखत जरीन दो बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं और पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीतने की प्रबल दावेदार हैं। इसके अलावा जरीन 2011 में महिला यूथ एंड जूनियर वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपिनशिप में भी गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। जरीन ने 2022 और 2023 वर्ल्ड महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीते हैं। निखत जरीन के नाम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी एक गोल्ड मेडल दर्ज है। निखत ने 2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। जरीन को बॉक्सिंग में लेकर आने का श्रेय इनके पिता मोहम्मद जमील अहमद को जाता है। उन्होंने एक साल अपने पिता की निगरानी में ही ट्रेनिंग की है। 2022 में निखत जरीन को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
एचएस प्रणय का पूरा नाम प्रणय हसीना सुनील कुमार है। प्रणय भारतीय शटलर हैं, जो गोपीचंद बैडमिंटन एकैडमी में ट्रेनिंग लेते हैं। प्रणय 2022 एशियन गेम्स और 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। प्रणय के नाम 2022 थॉमस कप और 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल दर्ज है। इसके अलावा प्रणय इडोनेशिया मास्टर्स, स्विस ओपन और यूएस ओपन का भी खिताब जीत चुके हैं। 2023 मलेशिया मास्टर्स में प्रणय ने खिताबी जीत दर्ज की थी।
मनु भाकर महिला शूटर हैं, जिनका जन्म हरियाण के झज्जर जिले में हुआ था। मनु भाकर 2023 बाकू वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा चुकी हैं। वहीं 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके नाम सिल्वर मेडल रहा था। मनु भाकर ने ये मेडल 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में जीते थे। आईएसएसएफ वर्ल्ड कप 2019 में मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था, वहीं 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में भी इन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया था। 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल पर निशाना साधा था। 2020 ओलंपिक गेम्स में मनु भाकर एक भी मेडल नहीं जीत पाई थीं, हालांकि पेरिस ओलंपिक में उन्हें मेडल का दावेदार माना जा रहा है।
मीराबाई चानू का पूरा नाम सेखोम मीराबाई चानू है, जिनका जन्म मणिपुर के इम्फाल ईस्ट में हुआ था। मीराबाई चानू ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इसके अलावा 2017 वर्ल्ड चैंपियनशिप, 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी मीराबाई चानू गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके नाम 2022 में सिल्वर मेडल रहा था। कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में मीराबाई तीन गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। रियो ओलंपिक के लिए मीराबाई ने क्वॉलिफाई किया था, लेकिन अपना इवेंट तीन अटेम्प्ट में फेल होने के चलते पूरा नहीं कर पाई थीं। 2018 में मीराबाई चानू को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से नवाजा गया था, जबकि 2018 में ही उन्हें पद्म श्री से भी नवाजा गया था।
मनिका बत्रा भारतीय महिला टेबल-टेनिस खिलाड़ी हैं। 1995 में मनिका का जन्म नई दिल्ली में हुआ था। मनिका की बड़ी बहन आंचल और भाई साहिल भी टेबल टेनिस खिलाड़ी रह चुके हैं। मनिका बत्रा को शुरुआत में मॉडलिंग के ऑफर मिले थे, लेकिन टेबल टेनिस पर फोकस करने के लिए उन्होंने वो ऑफर छोड़ दिया था। मनिका ने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ में धूम मचा दी थी और चार मेडल जीते थे। मनिका ने महिला टीम और महिला सिंगल्स में गोल्ड मेडल जीते, जबकि महिला डबल्स में सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। मिक्स्ड डबल्स में मनिका ने ब्रोन्ज मेडल जीता था। 2020 में मनिका बत्रा को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था, इससे पहले मनिका बत्रा को 2018 में अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।