Hindi Newsखेल न्यूज़अन्य खेलUnion Budget 2025 Sports budget raised by over Rs 350 crore Khelo India gets biggest share

भारत के खेल बजट में कितना इजाफा हुआ? 'खेलो इंडिया' की बल्ले-बल्ले; ओलंपिक पर भी नजर

  • भारत के खेल बजट का सबसे बड़ा हिस्सा खेलो ‘इंडिया कार्यक्रम’ को मिलेगा। भारत की ओलंपिक पर भी नजर है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को केंद्रीय बजट 2025 पेश किया।

Md Akram भाषाSat, 1 Feb 2025 03:42 PM
share Share
Follow Us on
भारत के खेल बजट में कितना इजाफा हुआ? 'खेलो इंडिया' की बल्ले-बल्ले; ओलंपिक पर भी नजर

जमीनी स्तर पर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज और उन्हें प्रोत्साहित करने के सरकार की प्रमुख योजना ‘खेलो इंडिया’ को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शनिवार को पेश किए गए केंद्रीय बजट में सबसे ज्यादा फायदा हुआ। खेलों के लिए आवंटन में 351.98 करोड़ रुपये की भारी बढ़ोतरी की घोषणा की गई है, जिसका सबसे बड़ा हिस्सा खेलो इंडिया कार्यक्रम को मिलेगा।

इस महत्वाकांक्षी योजना को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह 2024-25 के 800 करोड़ रुपये के अनुदान से 200 करोड़ रुपये अधिक है। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय को कुल मिलाकर 3,794.30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। यह रकम पिछले साल की तुलना में 351.98 करोड़ रुपये अधिक है। यह बढ़ोतरी इस बात को ध्यान में रखते हुए अधिक है कि अगले वर्ष ओलंपिक, राष्ट्रमंडल या एशियाई खेलों जैसा कोई बड़ा खेल आयोजन नहीं है।

ये भी पढ़ें:मिडिल क्लास की बल्ले-बल्ले, 12 लाख तक कमाने वालों को 80 हजार का फायदा
ये भी पढ़ें:मनु भाकर और डी गुकेश को मिला खेल रत्न, 32 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड

राष्ट्रीय खेल महासंघों को सहायता के लिए निर्धारित राशि को भी 340 करोड़ रुपये से मामूली तौर पर बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये कर दिया गया है। भारत वर्तमान में 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए एक महत्वाकांक्षी बोली की तैयारी कर रहा है। भारत ओलंपिक की मेजबानी करने की दिशा में पहला बड़ा कदम उठाते हुए देश की इच्छा व्यक्त करने से संबंधित आशय पत्र अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) को सौंप चुका है।

ये भी पढ़ें:मनु भाकर के मेडल हो चुके खराब, एफिल टॉवर के टुकड़े थे शामिल; IOC ने दिया अपडेट

भारत को मेजबानी की दौड़ में सऊदी अरब, कतर और तुर्की जैसे कई अन्य देशों की कड़ी चुनौती का सामना भी करना पड़ेगा जो खुद को इस खेल महाकुंभ की मेजबानी के लिए मजबूत दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं। आशय पत्र सौंपने का मतलब है कि देश ओलंपिक का मेजबान चुनने की प्रक्रिया में अनौपचारिक संवाद से निरंतर संवाद के चरण में पहुंच गया है। इस चरण में आईओसी संभावित मेजबान की खेलों से जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति का व्यवहारिक अध्ययन करता है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें