Hindi Newsखेल न्यूज़अन्य खेलPR Sreejesh dance with teammates after India bronze medal win at Paris Olympics family distributed sweets burst crackers

जीत के बाद टीममेट्स के साथ ऐसे झूमे दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश, घर पर जश्न का माहौल

  • भारतीय टीम के पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद केरल के एर्नाकुलम में गोलकीपर पीआर श्रीजेश के घर पर जश्न मनाया गया। भारत ने गुरुवार को स्पेन को 2-1 से मात दी। श्रीजेश ने भी साथियों के साथ डांस किया।

Himanshu Singh लाइव हिन्दुस्तानThu, 8 Aug 2024 04:09 PM
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पी आर श्रीजेश ने ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम को मिले 13वें और लगातार दूसरे पदक के साथ अंतरराष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कह दिया। इस ऐतिहासिक जीत के बाद खिलाड़ियों ने जमकर जश्न मनाया है। सोशल मीडिया पर श्रीजेश और हॉकी खिलाड़ियों का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दिग्गज गोलकीपर डांस करते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं केरल के एर्नाकुलम में गोलकीपर पीआर श्रीजेश के घर पर भी जश्न मनाया गया।

भारतीय हॉकी की दीवार पराट्टू रवींद्रन श्रीजेश का सफर उपलब्धियों से भरपूर रहा और हर बड़ी चुनौती में संकटमोचक बनकर उभरे इस नायाब खिलाड़ी को पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद अपने कंधे पर बिठाकर भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह की टीम ने आज विदाई दी। केरल के एर्नाकुलम में गोलकीपर श्रीजेश के परिवार ने भारतीय हॉकी टीम की जीत का जश्न मनाने के लिए मिठाइयां बांटी और पटाखे फोड़े।

टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी के खिलाफ प्लेआफ मुकाबले में निर्णायक पेनल्टी बचाकर 41 साल बाद भारत को ओलंपिक पदक दिलाना हो या पेरिस में ओलंपिक खेलों में ऑस्ट्रेलिया पर 52 साल बाद मिली जीत हो या ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में भारत को मिली जीत हो, हर जुबां पर एक ही नाम था पी आर श्रीजेश।

 

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कोलंबो में 2006 में दक्षिण एशियाई खेलों के जरिये भारत की सीनियर टीम में पदार्पण करने वाले श्रीजेश 2011 तक एड्रियन डिसूजा और भरत छेत्री जैसे सीनियर गोलकीपरों के रहते टीम में स्थायी जगह नहीं पा सके। वह 2011 से टीम के अभिन्न अंग बने और 2014 एशियाई खेल फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ दो पेनल्टी स्ट्रोक बचाकर स्टार बने। इसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा और ओलंपिक, विश्व कप, चैम्पियंस ट्रॉफी, एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल, प्रो लीग सभी टूर्नामेंटों में उनका जलवा रहा । खेल रत्न, पद्मश्री , विश्व के सर्वश्रेष्ठ एथलीट, एफआईएच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, 336 अंतरराष्ट्रीय मैच उनकी उपलब्धियों की गवाही खुद ब खुद देते हैं।

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