Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Why was the Leader of Opposition not allowed to ask questions in Rajasthan Assembly

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को सवाल पूछने की क्यों नहीं मिली अनुमति? कांग्रेस ने किया वॉकआउट

  • सभा में प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर वासुदेव देवनानी ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को बिजली से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं दी। जानिए क्या थी वजह?

Ratan Gupta लाइव हिन्दुस्तान, जयपुरMon, 24 March 2025 02:10 PM
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राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को सवाल पूछने की क्यों नहीं मिली अनुमति? कांग्रेस ने किया वॉकआउट

राजस्थान विधानसभा आज हंगामा की भेंट चढ़ती दिख रही है। सभा में प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर वासुदेव देवनानी ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को बिजली से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं दी। इससे कांग्रेस विधायकों ने सवाल किया और फिर विरोध जताते हुए वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद कांग्रेस विधायक सदन से वॉकआउट कर गए। जानिए आखिर क्या मामला था।

नेता प्रतिपक्ष को सवाल पूछने की क्यों नहीं मिली अनुमति

स्पीकर वासुदेव देवनानी ने सवाल न पूछने की अनुमति देने के पीछे की वजह भी बताई। स्पीकर का कहना था कि नेता प्रतिपक्ष को 2 पूरक सवाल पूछने की अनुमति दी जा चुकी है। अब इससे ज्यादा नहीं होगा। स्पीकर द्वारा दिए गए इस तर्क पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सवाल पूछना विपक्ष का अधिकार है। इसके बाद दोनों के बीच में कुछ बहस भी हुई और फिर कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी और फिर सदन से वॉकआउट कर गए।

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राज्यवर्धन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष पर कसा तंज

कांग्रेस द्वारा किए गए इस हंगामे और सभा से वॉकआउट कर जाने के बाद उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने नेता प्रतिपक्ष पर जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को ये कहना चाहता हूं कि वे एक व्यक्ति, एक पद का सम्मान करें। वे नेता प्रतिपक्ष भी हैं और साथ में डिप्टी स्पीकर का रोल भी करना चाहते हैं। इसलिए वे डिप्टी स्पीकर बनने की कोशिश न करें।

क्या होता है पूरक प्रश्न और प्रश्नकाल

पूरक प्रश्न किसी तथ्यात्मक मामले को और स्पष्ट करने के लिए पूछे जाते हैं। सदन के अध्यक्ष द्वारा सदस्य का नाम बुलाने पर ये सवाल पूछे जाते हैं। ये प्रश्न मंत्री द्वारा मुख्य प्रश्न का उत्तर दिए जाने के तुरंत बाद अध्यक्ष की अनुमति से पूछे जाते हैं। सदन में प्रश्नकाल के दौरान सदस्य मंत्रियों (सीएम सहित) से सवाल पूछते हैं। मंत्रियों को इनका उत्तर देना अनिवार्य होता है। आमतौर पर प्रश्नकाल सदन में रोज होता है।

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