कौन है राजस्थान का वह मुस्लिम विधायक जो मंदिरों की बेहतरी के लिए उठा रहा आवाज
राजस्थान के एक मुस्लिम विधायक की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है। वजह है मंदिरों की बेहतरी के लिए उनकी ओर से किए जा रहे प्रयास।

राजस्थान के एक मुस्लिम विधायक की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है। वजह है मंदिरों की बेहतरी के लिए उनकी ओर से किए जा रहे प्रयास। मंदिरों और वैदिक शिक्षा के लिए विधानसभा में कई बार आवाज उठा चुके इस विधायक का नाम है यूनुस खान। कभी भाजपा के नेता रहे खान डीडवाना से निर्दलीय विधायक है।
31 जनवरी को शुरू हुए बजट सत्र में यूनुस खान ने मंदिरों की बेहतरी और वैदिक शिक्षा को बढ़ावा देने का मुद्दा कई बार विधानसभा में उठा चुके हैं। पूर्व मंत्री यूनुस खान को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के पूर्व परिवहन और पीडब्ल्यूडी मंत्री यूनुस खान ने इस सत्र में मंदिरों की बेहतरी और वैदिक शिक्षा से जुड़े सात सवाल पूछे हैं।
खान दो बार राजस्थान के कैबिनेट मंत्री रहे हैं तो तीन बार के विधायक हैं। उन्होंने 2023 में टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। वह डीडवाना सीट पर निर्दलीय चुनाव में उतर गए और जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के चेतन सिंह चौधरी को करीबी मुकाबले में मात दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, यूनुस खान की सभी वर्गों में अच्छी पकड़ है। वह मुसलमानों के साथ हिंदुओं में भी काफी लोकप्रिय हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री के रूप में उनके कामकाज का भी फायदा उन्हें चुनाव में मिला था। यूनुस खान ने हाल ही में मीडिया से बातचीत करते हुए वैदिक शिक्षकों के मानदेय और पुजारियों को मिलने वाली सम्मान राशि में इजाफे के लिए खुद को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से मुद्दा उठाए जाने के बाद सरकार ने इसमें वृद्धि की।