अलवर में ओले गिरने से सरसों की फसल चौपट, राजगढ़, मालाखेड़ा, रामगढ़ में नुकसान
अलवर जिले में शुक्रवार रात करीब 1 बजे के आसपास राजगढ़, रामगढ, मालाखेड़ा, तिजारा व किशनगढ़बास क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई। राजगढ़ क्षेत्र में तो शनिवार सुबह 9 बजे तक भी खेतों में ओलों की परत मिली।
राजस्थान के अलवर जिले में शुक्रवार रात करीब 1 बजे के आसपास राजगढ़, रामगढ, मालाखेड़ा, तिजारा व किशनगढ़बास क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई। राजगढ़ क्षेत्र में तो शनिवार सुबह 9 बजे तक भी खेतों में ओलों की परत मिली। यहां ओलावृष्टि से राजगढ़ के कलेशान-झौपड़ी गांव सहित आसपास के क्षेत्र की वहीं अलवर में देर रात करीब एक बजे के बाद तिजारा, किशनगढ़बास, रामगढ़, मालाखेड़ा, अलवर शहर, ढाकपुरी, गुर्जरबास डरगू का बास सहित आस-पास के क्षेत्र में ओले गिरे। रामगढ़ व मालाखेड़ा के बढ़ेर डरगू का बास गांव में ओलों की परत जम गई, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है।
जिले में मावठ की पहली बरसात शुक्रवार को हुई. यहां देर रात शुरू बारिश सुबह तक जारी थी. बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट आई है। इस बारिश को फसलों के लिए अच्छा माना जा रहा है, लेकिन किसानों को चिंता भी है कि यदि मावठ के साथ ओले गिरे तो खेतों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार मावठ की पहली बारिश से अलवर तरबतर हो गया है। काले बादलों ने सुबह से ही सूरज को ढंक दिया। लगातार बिजलियां चमकती रही। तापमान की बात करें तो अधिकतम 19 डिग्री और न्यूनतम 11 डिग्री है। मौसम विभाग की मानें तो 31 जनवरी तक कोहरा और तेज सर्दी रहेगी। साथ ही मावट और ओलावृष्टि भी हो सकती है।
सर्दियों में होने वाली मावठ की बरसात फसलों के लिए अमृत मानी जाती है. फिलहाल, बारिश से फसलों को फायदा ही नजर आ रहा है, लेकिन ओलावृष्टि से फायदा भारी नुकसान में भी बदल सकता है.। रबी की फसल को लेकर किसान उम्मीद से है।