कोटा में एक और सुसाइड, बिहार का छात्र फांसी के फंदे से लटका; दो साल से कर रहा था JEE की तैयारी
कोटा में एक और छात्र ने आत्महत्या कर लिया है। मृतक छात्र बिहार का रहने वाला था। वह दो साल से कोटा में एक पीजी में रह कर जेईई की तैयारी कर रहा था। छात्र की लाश फंदे से लटकी हुई मिली।
मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले की तैयारी के लिए देशभर से बच्चे राजस्थान के कोटा पहुंचते हैं। लेकिन कोटा में आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां जेईई की तैयारी करने आए एक छात्र ने शनिवार देर रात आत्महत्या ली। मृतक छात्र की पहचान आयुष के रूप में हुई है। वह बिहार के मोतिहारी जिले का रहने वाला था। जानकारी के मुताबिक, आयुष कोटा में दो साल से जेईई की तैयारी कर रहा था।
रोशनदान से फंदा लगाकर लटका
मृतक छात्र कोटा के महावीर नगर इलाके में सम्राट चौक के पास एक पीजी में रह रहा था। शनिवार देर रात तक वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकला। उसके साथियों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। दरवाजा तोड़ने पर कमरे में छात्र फंदे से लटका हुआ मिला। उसने रोशनदान से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
दो साल से कर रहा था JEE की तैयारी
मृतक छात्र दो साल पहले बिहार के मोतिहारी से कोटा पहुंचा था। शनिवार देर रात उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पुलिस ने छात्र के शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है। घटना की जानकारी परिजनों को दी गई है। परिजनों के कोटा पहुंचने पर छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। एक और सुसाइड से कोटा में हड़कंप मच गया है। दरअसल, इस साल अब तक 11 छात्रों ने कोटा में सुसाइड कर लिया है।
इस साल अब तक 11 छात्रों ने किया सुसाइड
जानकारी में सामने आया है कि कोटा में मानसिक तनाव और अन्य कारणों के चलते इस साल अब तक (1 जनवरी से 16 जून तक) 11 छात्रों सुसाइड किया है। इन छात्रों में एक बीटेक का स्टूडेंट भी शामिल है। वहीं छात्रों के सुसाइड के पीछे पढ़ाई को लेकर मानसिक तनाव देखा गया है। मेडिकल और इंजीनियरिंग क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने आए स्टूडेंट्स अपने जीवन को कोटा में समाप्त कर रहे हैं। यह एक चिंता का विषय बन गया है।
रिपोर्ट- योगेंद्र महावर