दौसा में पुलिस पर पथराव, चौकी प्रभारी समेत 7 पुलिसकर्मी घायल; जानिए क्या है मामला
राजस्थान के दौसा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित रेटा गांव की खारवाल ढाणी में रविवार को दो पक्षों में जमीन विवाद को लेकर हिंसक झड़प हो गई। समझाने गई पुलिस पर एक पक्ष ने पथरावव कर दिया।
राजस्थान के दौसा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित रेटा गांव की खारवाल ढाणी में रविवार को दो पक्षों में जमीन विवाद को लेकर हिंसक झड़प हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस पर एक पक्ष ने पथराव कर दिया। इस घटना में 7 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए, जिन्हें सिकंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पथराव की घटना में कुछ ग्रामीणों को भी चोट आई है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार महिला सहित कुल 7 आरोपियों को हिरासत में लिया है। थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि सिकंदरा थाना क्षेत्र के रेटा गांव की खारवाल ढाणी में दो पक्षों के बीच जमीन विवाद हो गया था।
सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जहां आरोपियों ने पहले छत से पत्थर शुरू कर दिया तो वहीं, महिलाएं पुलिसकर्मियों से उलझ गईं। इस दौरान आरोपियों द्वारा छत से किए गए पथराव में सात पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. इस पथराव की घटना में थाना प्रभारी महावीर सिंह, दुब्बी चौकी प्रभारी मुकेश गुर्जर सहित करीब 7 पुलिसकर्मियों के चोट आई, जिन्हें उपचार के लिए सिकंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने मामले को शांत कराने की पूरी कोशिश की, लेकिन एक पक्ष के लोग किसी भी सूरत में कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। इस दौरान मकान की छत से एक पक्ष की महिलाएं और पुरुषों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी और मौके से चार महिलाओं समेत कुल सात आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि महिलाएं उनसे भी उलझती गई, जिसके बाद उन्होंने किसी तरह से महिलाओं को खुद से दूर किया, लेकिन कुछ महिलाओं और युवतियों ने उनका गिरेबान पकड़ लिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि पथराव में 7 पुलिसकर्मियों को चोट आई है। मामले में कार्रवाई करते हुए मौके से 4 महिलाओं सहित कुल सात लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिनकी निशानदेही पर पथराव करने वाले अन्य लोगों को भी पकड़ा जाएगा। थाना क्षेत्र की खारवाल ढाणी में पिछले काफी समय से एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसके चलते एक पक्ष के लोग तीन बार पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध जता चुके हैं। साथ ही मामला उच्चाधिकारियों तक भी पहुंचा, लेकिन मामले का अभी तक कोई हल नहीं हो सका है, जिसके चलते रविवार को एक बार फिर से विवाद हो गया।