Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Sawaimadhopur CI Phool Mohammad murder case: after 11 years the sentence will be announced today

फूल मोहम्मद हत्याकांड मामला: 11 साल बाद आज होगा सजा का एलान; CI को ​​​​​​​जिंदा जलाया था

राजस्थान के सवाईमाधोपुर के सीआई फूल मोहम्मद हत्याकांड मामले में आज सजा का एलान होगा। यह पूरी घटना 17 मार्च 2011 की है। इसमें 11 साल 8 महीने की लंबी सुनवाई के बाद आज कोर्ट फैसला सुनाए

Prem Narayan Meena लाइव हिंदुस्तान, जयपुरFri, 18 Nov 2022 01:04 PM
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राजस्थान के सवाईमाधोपुर के सीआई फूल मोहम्मद हत्याकांड मामले में आज सजा का एलान होगा। यह पूरी घटना 17 मार्च 2011 की है। इसमें 11 साल 8 महीने की लंबी सुनवाई के बाद फैसला आएगा।  बता दें फूल मोहम्मद हत्याकांड मामले में बुधवार को विशिष्ट न्यायालय, एससी/एसटी प्रकरण सवाई माधोपुर ने तत्कालीन DSP महेन्द्र सिंह समेत 30 को दोषी माना। 51 लोगों को बरी दिया था। न्यायाधीश पल्लवी शर्मा आज सजा पर फैसला सुनाएगी। मामले में दो बाल अपचारी सहित 89 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया गया था। उल्लेखनीय है कि करीब 11 साल से ज्यादा समय कोर्ट ट्रायल चला है। कोर्ट ने आज तत्कालीन DSP महेन्द्र सिंह कालबेलिया व मानटाउन थाने के तत्कालीन SI सुमेर सिंह सहित 79 लोगों के खिलाफ फैसला सुनाया है।

कोर्ट ने इन्हें दोषी माना है

कोर्ट ने डीएसपी महेंद्र सिंह, राधेश्याम पुत्र ब्रजमोहन माली, परमानंद पुत्र रामनिवास, बबलू पुत्र रामनारायण, पृथ्वीराज, रामचरण, चिरंजीलाल, शेर सिंह, हरजी, रमेश मीणा पुत्र प्रहलाद, कालू पुत्र कोरिया, बजरंगा खटीक,मुरारी मीणा, चतुर्भुज मीणा, बनवारी पुत्र जगन्नाथ, रामकरण पुत्र हजारी, हंसराज उर्फ हंसा पुत्र रामकुमार, शंकर माली पुत्र कन्हैया, बनवारी लाल मीणा,धर्मेंद्र मीणा पुत्र सुरेश कुमार मीणा, योगेंद्र नाथ, बृजेश हनुमान पुत्र कन्हैया, रामजीलाल माखन सिंह, रामभरोसी मीणा, मोहन माली, मुकेश माली और श्यामलाल को दोषी माना है।

सीबीआई को सौंपी थी जांच

घटना के बाद राजस्थान सरकार ने CI फूल मोहम्मद को शहीद का दर्जा दिया था। CI के हत्याकांड मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीबीआई जांच कराने की घोषणा की थी। सीबीआई ने मामले में 89 लोगों को आरोपी बनाया, जिनमें से 3 अब भी फरार हैं। पांच की मौत हो चुकी है। वहीं 2 बाल अपचारी थे। मामले के मुताबिक सवाई माधोपुर के मानटाउन थाना क्षेत्र के सूरवाल गांव में लोग दाखा देवी के हत्यारों को गिरफ्तार करने और उनके परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान राजेश मीणा व बनवारी लाल मीणा पेट्रोल से भरी बोतलें लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गए और सुसाइड की धमकी दी। बनवारी को लोगों ने समझाकर टंकी से नीचे उतार लिया था, लेकिन राजेश मीणा ने खुद पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा ली और टंकी से नीचे कूद गया था। गुस्साए लोगों ने सूरवाल गांव में तैनात मानटाउन थानाधिकारी फूल मोहम्मद व पुलिस जवानों पर पथराव करना शुरू कर दिया। फूल मोहम्मद की जीप पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। जिससे उनकी मौत हो गई।

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