REET: पूर्व MLA जोगिंदर अवाना पर केस दर्ज, गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा ने की ये मांग
भरतपुर जिले के नदबई के पूर्व विधायक एवं देवनारायण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना के खिलाफ 42 लाख की धोखाधड़ी का दर्ज हुआ है। गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने जां की मांग की है।
भरतपुर जिले के नदबई के पूर्व विधायक एवं देवनारायण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना के खिलाफ 42 लाख की धोखाधड़ी का दर्ज हुआ है। इस मामले पर अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने एक्स पर लिखा- मैंने पूर्व में भी कहा था प्रदेश में सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा रीट के पेपर लीक मामले में युवाओं के भविष्य के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। आज और कल में रीट परीक्षा को लेकर जिस स्तर पर सांठ-गांठ की ख़बरें आई हैं और प्रदेश में कई प्रतियोगी परीक्षाओं की जांच जिस रूप में आगे बढ़ रही है जिसमें पेपर लीक एवं धांधली की परतें खुल रही हैं, उसी तरह अब समय है रीट परीक्षा की भी कड़ी जांच होनी चाहिए। मिलीभगत, राजनैतिक संरक्षण, फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी या भ्रष्टाचार सभी पहलुओं को गहनता से देखा जाना ज़रूरी है। युवा देख रहे हैं कि किस तरह ज़िम्मेदार व्यक्ति दूसरी परीक्षाओं का नाम लेकर अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं, इस दोषारोपण से कभी वास्तविक दोषी नहीं पकड़े जाएंगे और युवाओं के साथ न्याय नहीं होगा।
रिपोर्ट में उसकी दो बेटियों को रीट परीक्षा पास कराने के एवज में 10 लाख रुपए देने का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का नाम भी सामने आया है। हालांकि, पूर्व विधायक के तत्कालीन निजी सहायक सचिव ने अवाना, उनकी पानी एवं उच्चैन पंचायत समिति के प्रधान पुत्र के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए उच्चैन थाने में मुकदमा दर्ज कराया हैं। एसएचओ प्रदीप कुमार ने बताया कि जुगलापट्टी उच्चैन निवासी अतरसिंह पुत्र फतेहसिंह गुर्जर ने नदबई के पूर्व विधायक जोगिन्दरसिंह अवाना, पत्नी बृजेश कुमारी, पुत्र हिमांशु अवाना के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि उच्चैन निवासी महावीर गुर्जर, कप्तानसिंह एवं अन्य ने मुझे दिसम्बर 2018 से 25 हजार मासिक वेतन पर पूर्व विधायक अवाना के पास निजी सहायक कर्मचारी के पद लगवाया था। जहां दिसम्बर 2023 तक कार्य किया था। इसका वेतन मुझे आज तक नहीं दिया गया और पूर्व विधायक अवाना ने कहा कि तेरा वेतन इकट्ठा तेरे बच्चों की शादी पर ले लेना।
तत्कालीन मुख्यमंत्री कांग्रेस सरकार अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत 20 फरवरी 2022 को उच्चैन में आए थे। कार्यक्रम के कुछ दिन पहले तत्कालीन विधायक जोगिंदरसिंह अवाना ने कहा था कि मेरी सीधी वैभव गहलोत से बात होती रहती है। तुम मुझे 20 लाख रुपए दे देना, मैं तुम्हारी दोनों लड़कियों को रीट में पास कराकर अध्यापक की नौकरी लगवा दूंगा। मैंने 10 लाख रुपए इकट्ठा कर 20 फरवरी 2022 को कार्यक्रम खत्म होने पर पूर्व विधायक अवाना को उच्चैन में लड़कियों की नौकरी लगवाने के एवज में दे दिए थे। उस दिन अवाना ने मेरी पुत्री अनीत सिंह व गोरी कुमारी को वैभव गहलोत से भी मिलाया था और कहा कि मेरी वैभव से बात हो गई हैं। तुम्हारा काम हो आएगा।
रिपोर्ट में कहा है कि विधानसभा चुनाव 2024 से कुछ दिन पहले जब आचार संहिता लगने वाली थी। तब पैसों का ज्यादा तकादा किया तो पूर्व विधायक अवाना ने देने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने धमकाया कि रुपए के बारे में किसी को बताया तो मुकदमा करवा कर पांच-सात साल के लिए जेल भिजवा दूंगा।
रिपोर्ट में आरोप है कि वैभव गहलोत की सभा की तैयारी को लेकर विधायक पुत्र उच्चैन पंचायत समिति प्रधान हिमांशु अवाना के कहने पर सभा स्थल की साफ-सफाई के लिए अतरसिंह के मार्फत विजयसिंह पुत्र कुंवर पाल जाट निवासी बहरारेखपुरा की चार जेसीबी मशीनों से सफाई कराई गई थी। इसका डेढ़ लाख रुपए का भुगतान आज तक नहीं दिया गया हैं। मुख्यमंत्री की सभा (अशोक गहलोत व डोटासरा) 25 दिसम्बर 2022 को उच्चैन में हुई थी। इसमें पूर्व विधायक जोगिंदरसिंह अवाना एवं उनके पुत्र हिमांशु अवाना (प्रधान पंचायत समिति उच्चैन) के कहने पर भीड़ जुटाने के लिए प्रचार प्रसार, गाड़ी वाहन व्यवस्था, पार्किंग एवं सभा स्थल की साफ- सफाई आदि का खर्चा एक दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक का कुल खर्चा करीब 10 लाख 50 हजार रुपए खर्च किए गए थे। इसका भुगतान मुझे आज तक नहीं किया गया है। मानदेय समेत कुल रकम 42 लाख रुपए है।