रणथंभौर नेशनल पार्कः बाघ-बाघिन की मौत पर गिरी गाज, IFS को हटाया; जानें मामला
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर में बाघ-बाघिन और एक शावक की मौत पर सरकार ने ऐक्शन लिया है। गहलोत सरकार ने IFS संग्राम सिंह कटियारा को एपीओ कर दिया है। कार्मिक विभाग ने आदेश जारी किए है।
Ranthambore National Park:राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर में बाघ-बाघिन और एक शावक की मौत पर सरकार ने ऐक्शन लिया है। गहलोत सरकार ने IFS संग्राम सिंह कटियारा को एपीओ कर दिया है। कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार संग्राम सिंह कटियार उप क्षेत्र निदेशक (प्रथम), रणथंभौर बाघ परियोजना, सवाई माधोपुर को आगामी आदेशों तक आदेशों की प्रतिक्षा मे रखा जाता है। माना जा रहा है कि राज्य सरकार ने वन विभाग की लापरवाही मानते हुए संग्राम सिंह को एपीओ किया है। हालांकि, एपीओ का करने के अन्य भी कारण हो सकते हैं ।
रणथंभौर एक बाघ-बाघिन और शावक की मौत हो गई थी
उल्लेखनीय है कि हाल ही में रणथंभौर एक बाघ-बाघिन और शावक की मौत हो गई थी। इससे वन विभाग की घोर लापरवाही भी उजागर हुई। एक दिन में ही बाघ शावक और बाघिन की मौत हुई। तब ऐसे में वन विभाग के हाथ पैर फूल गए। इसके बाद आनन-फानन में त्वरित प्रभाव से वन विभाग ने शेष बचे दो बाघ शावकों को कोटा बायोलॉजिकल पार्क के लिए रवाना कर दिया। ऐसे में रणथंभौर नेशनल पार्क को इस घटना से चार टाइगर का बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। कल हुई बाघिन की मौत के बाद आज राजबाग नाके पर वन विभाग के आला अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवाया गया ।पोस्टमार्टम के दौरान बाघिन की अन्य टाइगर से संघर्ष में मौत होना बताया जा रहा है। साथ ही बिसरा लेकर प्रयोगशाला के लिए भी भेजे गए हैं ,4 दिन पुराने शव का वन विभाग को पता नहीं लगना उसके बाद शावक की भी मौत हो जाना वन विभाग की कार्यशैली पर बड़ा सवालिया निशान है।
वन विभाग ने सर्दी को बताया मौत का कारण
वन विभाग की लापरवाही का खामियाजा एक शावक 31 जनवरी 2023 को अपनी जान से हाथ धोकर भुगतना पड़ा। उसका शव टोडरा क्षेत्र मिला है। शव को कब्जे में लेकर फलौदी रेंज पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार करा दिया गया। उपवन संरक्षक संग्राम सिंह कटियार ने शावक की मौत सर्दी से होना बताया था। वन अधिकारियों ने सफाई में कहा था कि,दो महीने के शावकों को पिंजरे में रखना संभव नहीं था।