Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Ransom of Rs 20 crores demanded from Mahant in the name of Lawrence Bishnoi gang police caught 7

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर महंत से मांगी 20 करोड़ की फिरौती, पुलिस ने 7 को दबोचा

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर महंत बालकानंद गिरि महाराज से 20 करोड़ की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस संबंध में 7 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।

Prem Narayan Meena लाइव हिंदुस्तान, जयपुरWed, 10 Jan 2024 05:07 PM
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Mahant Ransom Case: राजस्थान में एक बार फिर फिरौती मांगने का मामला सामने आया है।लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर महंत बालकानंद गिरि महाराज से 20 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की ओर से बताया गया कि फिरौती मांगने व धमकी देने के इस मामले का मुख्य मास्टरमाइंड महंत का निजी सचिव है। पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है। एसपी के मुताबिक महंत से फिरौती मांगने के मामले में उनका निजी सचिव राम लखन गुर्जर ही मुख्य षड्यंत्रकर्ता है। आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम लेकर महंत से फिरौती मांगी थी। हालांकि, इस बीच पीड़ित महंत ने आरोपियों के खाते में 80 हजार की राशि ट्रांसफर की थी। इस मामले में संलिप्त सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे फिलहाल पूछताछ की जा रही है। 

महंत बालकानंद गिरि को जान से मारने की धमकी

पुलिस के मुताबिक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का झूठा गुर्गा बनकर 20 करोड़ रुपए की चौथ मांगने व पैसे नहीं देने पर महंत बालकानंद गिरि को जान से मारने की धमकी देने के सनसनीखेज मामले का बुधवार को सवाई माधोपुर के पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला ने खुलासा किया। एसपी हर्षवर्धन ने बताया- महाकाल मंदिर उज्जैन के थानापति महंत बालकानंद गिरि महाराज जो कि वर्तमान में खंडार के पादड़ी तोपखाना आश्रम में निवास कर रहे है। उन्हें विगत दिनों कुछ बदमाशों ने लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा बनकर धमकी दी थी। साथ ही आरोपियों ने उनसे 20 करोड़ की फिरौती भी मांगी थी। फिरौती न देने पर महंत को जान से मारने की धमकी दी थी।पीड़ित महंत बालकानंद गिरि महाराज ने इस मामले की खंडार थाने में शिकायत की थी। इस पर पुलिस ने विभिन्न टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की। साथ ही बुधवार को पूरे मामले का खुलासा कर दिया गया। पुलिस ने जब मामले का खुलासा किया तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस की ओर से बताया गया कि महंत का निजी सचिव ही घटना का सूत्रधार था। ऐसे में पुलिस ने इस मामले में निजी सचिव सहित कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों को किया गिरफ्तार 

मामले की जांच के दौरान तकनीकी मदद ली गई। साथ ही एक दर्जन से अधिक शहरों में दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पुलिस ने इस दौरान कोटा, आगरा, मुरैना, श्योपुर, दिल्ली समेत अन्य संदिग्ध ठिकानों पर आरोपियों की तलाश की। इसी क्रम में पुलिस ने आरोपी सुनील कुमार राजपूत, महंत के सचिव राम लखन गुर्जर निवासी पादड़ी, नरेश लोहार निवासी श्योपुर, धरमू निवासी पादरी तोपखाना खंडार, प्रदीप सिकरवार निवासी मुरैना मध्यप्रदेश, विजेंद्र निवासी गोवर्धनपुरा नांता कोटा और उमेश पाठक निवासी खंडार को गिरफ्तार किया। 

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