Rajasthan Election: मतगणना से पहले मंदिर-मंदिर क्यों घूम रहीं वसुंधरा राजे? जानिए क्यों खास हो गया है
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे चुनाव से पहले मंदिर-मंदिर जाकर पूजा अर्चना कर रहीं है। जल्ट आने से पहले वसुंधरा राजे का मंदिर-मंदिर जाना खास हो गया है। सियासी जानकार अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे चुनाव से पहले मंदिर-मंदिर जाकर पूजा अर्चना कर रहीं है। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। लिस्ट जारी होने से पहले और परिवर्तन यात्रा को दौरान भी वसुंधरा राजे देव दर्शन यात्रा पर रही थी। लेकिन रिजल्ट आने से पहले वसुंधरा राजे का मंदिर-मंदिर जाना खास हो गया है। सियासी जानकार इससे अलग-अलग सियासी मायने निकाल रहे हैं। कुछ का कहना है कि वसुंधरा राजे को उम्मीद है कि इस बार भी वहीं मुख्यमंत्री बनेगी। जबकि कुछ लोगों का कहना है कि वसुंधरा राजे के हमेश मनोकामना पूरी होती रही है। ऐसे में इसे चुनाव से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। बता दें राजस्थान में पहली बार बीजेपी ने सीएम फेस घोषित नहीं किया है। जबकि 2023 के चुनाव से 2018 के चुनावों में वसुंधरा राजे के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ा गया था। बीजेपी को बहुमत मिला था।
एक घंटे तक पूजा, किस खास आस में
वसुंधरा राजे ने ट्वीट किया- बीते दिनों चुनावी दौरों की व्यस्तता के चलते गौतमेश्वर महादेव मंदिर की यात्रा नहीं कर पाई थी। इसलिए आज अरनोद, प्रतापगढ़ स्थित अति प्राचीन श्री गौतमेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर दर्शन एवं पूजन किया। यहां महादेव से सभी के सुख स्वास्थ्य की मंगल कामना की! 'ऐ ह्नीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नम:' वागड़ की आराध्य देवी, बांसवाड़ा स्थित शक्ति पीठ मां त्रिपुरा सुंदरी जी के दर्शन कर देश-प्रदेश की जनता के कल्याण और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। हाल ही में वसुंधरा राजे ने एक घंटे तक पूजा की है। वसुंधरा राजे हाल ही हीं में बांसवाड़ा जिले के त्रिपुरी सुंदरी मंदिर पहुंची थीं और विशेष पूजा अर्चना की। मंदिर के गर्भ गृह में यह पूजा करीब एक घंटे तक चली। इस दौरान वसुंधरा राजे के साथ बीजेपी के नेता भी मौजूद रहे। सियासी जानकारों का कहना है कि हो सकता है वसुंधरा राजे कोई खास आस को लेकर मंदिर-मंदिर घूम रहीं है।
3 दिसंबर को होगी मतगणना
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों के लिए 25 नवंबर को वोटिंग हुई थी। वहीं, 3 दिसंबर को मतगणना होगी। इस बार राजस्थान में सीधी मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच में होने की संभावना है। हालांकि, कई जगह निर्दलीय और थर्ड फ्रंट के दल मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहे है। इस बार बीजेपी ने गहलोत सरकार जमकर सियासी हमले किए है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का कहना है कि भारी बहुमत से बीजेपी की सरकार बनेगी। जबकि सीएम गहलोत का दावा है कि उनकी सरकार रिपीट होगी। कांग्रेस में भी सीएम फेस को लेकर लड़ाई है। लेकिन दो ही दावेदर है। सीएम गहलोत और सचिन पायलट। जबकि बीजेपी में आधा दर्जन से ज्यादा नेता सीएम फेस की रेस में शामिल है।