बेणेश्वर धाम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खरीदे तीर-कमान, वजह सुनकर हैरान रह जाएंगे
राजस्थान के दौरे पर डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करती हुई राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने शिक्षा ,कौशल विकास को बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया। पहली बार बेणेश्वर पहुंची।
राजस्थान के दौरे पर डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करती हुई राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि महिलाओं को नेतृत्व प्रदान करते हुए विकास की अवधारणा को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए पूरे समाज को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने महिलाओं में शिक्षा एवं कौशल विकास को बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया जिससे महिलाएं देश और दुनिया की प्रगति में बराबर की भागीदार बन सकें।इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने एक महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य गीता देवी से हस्त निर्मित तीर कमान भी खरीदकर उन्हें प्रोत्साहित किया। राष्ट्रपति के समक्ष जनजाति अंचल की कला-संस्कृति की झलक प्रस्तुत की गई। आदिवासी लोक कलाकारों ने वागड़ अंचल के प्रसिद्ध नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी।
पहली बार वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम पहुंची
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बुधवार को पहली बार वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम पहुंची। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने स्वयं सहायता समूहों से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन कर उनसे जुड़ी महिला उद्यमियों से संवाद किया। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सम्मेलन में सौर ऊर्जा, लकड़ी उत्पाद, मिनियेचर पेंटिंग, जूट के उत्पाद, हस्तनिर्मित कागज के उत्पाद, कशीदाकारी तथा गलीचा उत्पाद, चमड़ा उत्पाद, हर्बल जैविक गुलाल, प्रधानमंत्री वन धन विकास योजना, गुलाब के उत्पाद, टेराकोटा आर्ट, ब्लॉक प्रिंट, लाख की चूड़ियां, तीर कमान तथा महिला किसान समूह से संबंधित स्टॉल्स का अवलोकन किया और महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित किया।
महिलाओं में शिक्षा व कौशल विकास जरूरी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल ने स्थानीय शिल्पकार की और से निर्मित विलक्षण प्रस्तर प्रतिमा भेंट कर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का स्वागत किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने 11 राजीविका सखियों को प्रमाण पत्र दे कर सम्मानित किया। वहीं राष्ट्पति ने राजीविका स्वयं सहायता समूह को चेक सौपा। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को राष्ट्रपति ने दौसा स्थित मेंहदीपुर बालाजी के दर्शन किए थे।