सीकर से अमराराम होंगे इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार, कांग्रेस ने लेफ्ट के लिए छोड़ी है यह सीट
राजस्थान में सीकर लोकसभा सीट से माकपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पूर्व विधायक औऱ दिग्गज कामरेड अमराराम माकपा के उम्मीदवार होंगे।कांग्रेस ने यह सीट लेफ्ट के लिए छोड़ी है। बीजेपी से टक्कर होगी।
राजस्थान में सीकर लोकसभा सीट से माकपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पूर्व विधायक औऱ दिग्गज कामरेड अमराराम माकपा के उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस ने यह सीट लेफ्ट के लिए छोड़ी है। सीकर से बीजेपी ने सुमेधानंद सरस्वती को अपना उम्मीदवार बनाया है। अमराराम ने खुद प्रत्याशी घोषित करने की जानकारी दी है। बता दें अमराराम सीकर जिले की धोद से कई बार विधायक रह चुके है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और 6 बार के विधायक रामदेव महरिया को धोद से हराकर पहली बार विधायक बने थे। इससे पहले भी अमराराम सीकर से बतौर माकपा प्रत्याशी चुनाव लड़ चुके है। इस बार कांग्रेस ने गठबंधन के तहत सीकर सीट माकपा को दी है।
राजस्थान में इस बार कांग्रेस ने लेफ्ट के साथ गठबंधन किया है। माना जा रहा है कि सीकर के अलावा कांग्रेस नागौर में भी गठबंधन कर सकती है। नागौर सीट हनुमान बेनीवाल के लिए छोड़ सकती है। नागौर और सीकर कांग्रेस के गढ़ माने जाते है। लेकिन पिछले दो चुनाव से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा है। इस बार कांग्रेस ने वोटों के बिखराव को रोकने के लिए लेफ्ट के साथ गठबंधन किया है। लेफ्ट के विधायक कांग्रेस का साथ देते रहे है। राजस्थान में सीकर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ लेफ्ट के प्रभाव वाले जिले माने जाते है।
कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बदली है। इस बार नए चेहरों को मौका दिया है। सियासी जानकारों का कहना है कि इस बार कांग्रेस बीजेपी के कड़ी चुनौती दे सकती है। बीजेपी के मिशन 25 को पूरा नहीं होने देने के लिए रणनीति के तहत काम कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अमराराम जमीन से जु़ड़े नेता माने जाते है। कांग्रेस एकजुट होकर अमराराम को वोट करती है तो चुनाव जीत सकते है। लेकिन सीकर लेफ्ट के लिए छोड़ने पर पार्टी में अंदर ही अंदर असंतोष भी है। टिकट के प्रमुख दावेदार सीताराम लांबा ने इशारों में निशाना साधा है। बता दें सीकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का गृह जिला है।