कन्हैयालाल हत्याकांड में NIA की चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे, बीजेपी नेताओं से संपर्क बढ़ाने का दिया था टारगेट
राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल टेलर हत्याकांड में जांच एजेंसी एनआईए ने चौंकाने वाले खुलासे किए है। आतंकी रियाज और गौस के रडार पर आरएसएस और बीजेपी के नेता थे। पाक हैंडलर से संपर्क में थे।
Kanhaiyalal Murder Case:राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल टेलर हत्याकांड में जांच एजेंसी एनआईए ने चौंकाने वाले खुलासे किए है। आतंकी रियाज और गौस के रडार पर आरएसएस और बीजेपी के नेता थे। दोनों ही कथित रूप से कुछ पाकिस्तानी हैंडलर से संपर्क में थे। जिन्हें बीजेपी के नेताओं से संपर्क बनाने का टारगेट दिया गया था। चार्जशीट के मुताबिक रियाज और गौस बीजेपी के कार्यक्रमों में शामिल होने लगे। दोनों ही बीजेपी के नेतृत्व की जानकारी हासिल करने लगे। दोनों ही आतंकी संगठन 'दावत-ए-इस्लामी' से हैंडलर थे। जांतकर्ताओं के मुताबिक पाक एजेंसी से मार्गदर्शन लेते थे। बता दें 22 दिसंबर को दाखिल की गई NIA ने अपनी चार्जशीट में मोहम्मद रियाज अटारी, गौस मोहम्मद, मोहसिन खान, आसिफ हुसैन, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम खान उर्फ मुस्लिम रजा और पाकिस्तानी नागरिक सलमान और अबू इब्राहिम शामिल हैं।
मामले की सुनवाई 3 जनवरी को होगी
उल्लेखनीय है कि हत्याकांड के 168 दिन बाद एनआईए ने चार्जशीट दाखिल की है। इस मामले में अगली सुनवाई तीन जनवरी को होगी। बीते 29 जून को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की सरेआम गला रेंत कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपित मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए ने आरोपितों की गैरमौजूदगी में ही उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों की विशेष अदालत में चार्जशीट पेश किया और दावा किया कि सभी आरोपित कट्टरपंथी तब्लीगी समाज से जुड़े हुए हैं।
कट्टरपंथियों का एक ग्रुप बनाया
चार्जशीट में बताया गया है कि कन्हैयालाल की हत्या को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने पहले सोशल मीडिया पर कट्टरपंथियों का एक ग्रुप बनाया और फिर मोहम्मद रियाज व गौस मोहम्मद ने हत्याकांड को अंजाम दिया। जबकि अन्य आरोपितों ने उनका साथ दिया. बता दें कि भाजपा की प्रवक्ता रह चुकीं नुपुर शर्मा के समर्थन में कन्हैयालाल दर्जी के बेटे ने उनके मोबाइल फोन पर एक पोस्ट इंटरनेट पर शेयर की थी, जिसको लेकर कट्टरपंथी युवाओं ने कन्हैयालाल को धमकी दी।