Jodhpur News: गुजरात पुलिस के ASI की हत्या का खुलासा, दो गिरफ्तार; पकड़ में ऐसे आए
राजस्थान के जोधपुर जिले के चामू थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पहले हुई गुजरात पुलिस के एएसआई कि हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अवैध संबंध के शक में की हत्या।
राजस्थान के जोधपुर जिले के चामू थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पहले हुई गुजरात पुलिस के एएसआई कि हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या की वजह परिवार में अवैध संबध का होना सामने आया है। हत्या करने वाले मृतक के रिश्ते में भाई लगते हैं। जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि 9 जून को सुखमण्डला में नहर के पास झाड़ियों में एक सफेद रंग की कार होने की जानकारी मिली थी। कार में खून के निशान तथा कपड़ों का बैग तथा अन्य कागजात के आधार पर वाहन मालिक की पहचान की गई, लेकिन मोबाइल बंद था।
अगले दिन थाना चामू को जानकारी मिली की पम्पिंग स्टेशन गंगाडी के पास नहर में एक शव मिला है। शव की पहचान 48 साल के चतुरसिह पुत्र भंवरसिह भाटी के रूप में हुई जो गुजरात पुलिस में सहायक उप निरीक्षक के पद पर तैनात था। मृतक मूलत: फलोदी जिले के टेपू का निवासी था। उसके परिजनों ने हत्या का शक जताते हुए रिपोर्ट दी थी।
मृतक के भाई करनसिह ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि हम दोनों भाई और परिवार हमारी नानी के बारहवें में शामिल होने होने आए थे। 7 जून को बारहवीं होने के बाद वापस गांव रवाना हुए। चतुर सिंह ने कहा की वह दो दिन बाद आएगा। दो दिन तक वह नहीं आया तो 9 जून को मामा फतेह सिंह को कॉल किया, तो उन्होंने बताया कि वह सुबह आठ बजे निकल गया। जबकि चतुर सिंह का मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था। नहर में उसका शव मिलने पर मौके पर गए तो उसके शव पर कई चोटें थी। उसकी गाड़ी से उसका बैग, सरकारी पिस्टल गायब थी। पुलिस ने इस पर हत्या का मामला दर्ज किया।
एएसपी भोपाल सिंह में बताया कि मामले की गहन पड़ताल करने के लिए बनाई टीम ने चामू थानाधिकारी ओमप्रकाश गोदारा के नेतृत्व ने साक्ष्य एंव निरीक्षण घटनास्थल, बयान गवाहान, फोरेसिंक टीम द्वारा एकत्रित साक्ष्यों व तकनीकी साक्ष्यों के विश्लेषण के आधार पर मृतक चतुरसिंह की हत्या करने के बाद नहर में डालने वाले स्थान को चिन्हित कर अभियुक्तों की पहचान कर मृतक के मामा के बेटे भाई दुर्गसिंह पुत्र रामसिंह और मासी के बेटे भाई भोमसिंह पुत्र जबरसिंह को दस्तयाब कर पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि चतुरसिंह का ननिहाल के परिवार में अवैध संबध थे जिसका पता लगने पर उसे दुर्गसिंह और भोमसिंह ने समझाया कि वह दूरी बनाए लेकिन वह नहीं माना तो 9 जून को उसकी कार में ही हत्या कर शव नहर में फेंक दिया। पुलिस मृतक की सरकारी पिस्टल बरामद करने के प्रयास कर रही है।