Jhunjhunu News: झुंझुनू में डॉक्टर ने खराब किडनी की जगह निकाल दी सही किडनी, ऐसे हुआ खुलासा
राजस्थान में झुंझुनू के नूआं गांव में एक मरीज की संक्रमित किडनी की जगह सही किडनी निकालने के मामले में भजनलाल सरकार ने एक्शन लिया है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया है। चिकित्सक फरार हो गया।
राजस्थान में झुंझुनू के नूआं गांव में एक मरीज की संक्रमित किडनी की जगह सही किडनी निकालने के मामले में भजनलाल सरकार ने एक्शन लिया है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया है। जबकि घटना के बाद से ही डाॅक्टर फरार हो गया है। प्रशासन ने अस्पताल को सीज कर दिया है। मरीज का ऑपरेशन झुंझुनू के धनखड़ हॉस्पिटल में हुआ है। मरीज की हालत गंभीर है और अभी डायलिसिस भी किए जाने की स्थिति नहीं है। झुंझुनू जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने मीडिया से कहा कि राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल की चिकित्सकों की टीम भेजकर मामले की जांच करवा रहे हैं और धनखड़ अस्पताल में भर्ती मरीजों को बीडीके अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है। धनखड़ अस्पताल को सील करने की करवाई की जा रही है। पीड़िता के पिता ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आरोपी अस्पताल संचालक और डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। किसी और मरीज के साथ निजी अस्पतालों के डॉक्टर ऐसी लापरवाही ना कर सकें।
पीड़िता नूआं की ईद बानो को पेट में कभी भी तेज दर्द हो जाता था. बानो के पति शब्बीर ने बताया कि स्टोन का दर्द हुआ था तो इस बार भी धनखड़ हॉस्पिटल के इंचार्ज डॉ. संजय धनखड़ के पास गए तो उन्होंने कहा कि स्टोन का बार-बार दर्द होगा, इसलिए किडनी निकाल देते हैं। यह नहीं निकाली गई तो किडनी खराब हो जाएगी और जिंदगी भर दर्द होता रहेगा। डॉक्टर ने 15 मई को सर्जरी की और 17 मई को मरीज के पेशाब में मवाद आने लगा और दर्द बढ़ गया। परिजनों ने डॉक्टर से पूछा तो उसने जयपुर जाने को कहा और चेताया कि एसएमएस में सर्जरी को लेकर कुछ मत बताना। परिजनों ने मरीज को 21 मई को जयपुर में भर्ती कराया, जांच में पता चला कि बाईं ओर की किडनी निकाली गई है, जबकि संक्रमण दाईं ओर की किडनी में था। अब पीड़िता की घर पर गंभीर हालत बनी हुई है। घटना का पता चलने पर बवाल शुरू हो गया। बवाल बढ़ता देख आरोपी डॉक्टर पीड़िता के घर पहुंचा और बोला कि वह महिला का इलाज करा देगा।
झुंझुनू के धनखड़ हॉस्पिटल में महिला की गलत किडनी निकालने से जुड़े मामले को लेकर चिकित्सा विभाग ने एक्शन लिया है और अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड कर दिया गया है। मामले को लेकर चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर का कहना है कि मामला काफी गंभीर है, जिसके बाद अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड करने के साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं की लिस्ट से अस्पताल का नाम हटा दिया गया है।
डॉ. संजय धनखड़ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं और पूरे मामले को लेकर 5 सदस्यों की कमेटी जांच के लिए गठित कर दी गई है। इस घटनाक्रम के बाद महिला को कुछ दिन पहले SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया और चिकित्सकों ने डायलिसिस की सलाह दी। चिकित्सा मंत्री ने निर्देश जारी किए हैं कि महिला को फिर से SMS अस्पताल में भर्ती करवाया जाएगा। अस्पताल में उसका इलाज चलेगा।