रेगिस्तान में बाढ़ के हालात, बिपरजॉय से राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश; अजमेर में अस्पताल बन गया तालाब
राजस्थान के जालोर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वजह से हुई भारी बारिश के कारण लोगों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर हैं।
राजस्थान के जालोर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वजह से हुई भारी बारिश के कारण लोगों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। अजमेर शहर में भारी बारिश के बाद अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में पानी भर गया है। बिपरजॉय तूफान का असर राजस्थान के अजमेर जिले में शनिवार दोपहर से ही दिखने लगा था, लेकिन शनिवार देर रात अजमेर के कुछ हिस्सों में जोरदार बारिश हुई।
बिगड़ते हालात के बीच राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) ने मोर्चा संभालते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल 'बिपरजॉय' तूफान के कारण बनी परिस्थितियों को लेकर जालौर, सिरोही, बाड़मेर एवं पाली के जिलाधिकारियों से बात की। सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर हैं। स्थिति नियंत्रण में हैं एवं लगातार स्थिति की निगरानी की जा रही है।
अस्पताल में पानी भरने से मरीज और डॉक्टर परेशान
अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के एक डॉक्टर तरुण ने कहा कि भारी बारिश होने के कारण अस्पताल की पहली मंजिल पानी से भर गई है और स्थिति गंभीर है। वहीं एक मरीज के परिजन ने बताया कि पूरे अस्पताल व विभिन्न वार्डों में पानी जमा हो गया है। एक अन्य मरीज के रिश्तेदार गोपाल ने कहा कि वार्डों में पानी भरने के कारण हमें बहुत परेशानी हो रही है।"
इससे पहले 18 जून को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से राजस्थान के बाड़मेर जिले के कुछ हिस्सों में रविवार को भारी बारिश हुई थी। कई जगहों पर भीषण जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति देखी गई। बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलीं।
एसडीआरएफ ने 59 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
एसडीआरएफ के कमांडेंट राजकुमार गुप्ता ने बताया कि बिपरजॉय तूफान के मद्देनजर जालोर जिले के भीनमाल कस्बे की बाढ़ग्रस्त ओड बस्ती में फंसे कुल 39 लोगों को एसडीआरएफ टीम ने वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि बाड़मेर जिले के धौरीमन्ना कस्बे के निचले इलाकों में पानी भरने से घरों में फंसे 20 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
चार लोगों की मौत
पुलिस ने बताया कि बाड़मेर और राजसमंद जिलों में बारिश जनित दो अलग अलग हादसों में एक महिला सहित चार लोगों की मौत हो गई। बाड़मेर के सेवडा थानाधिकारी हंसाराम ने बताया कि रविवार सुबह गंगासरा गांव के तालाब में नहाने गए दो चचेरे भाइयों की डूबने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान कृपालिसंह और खेत सिंह के रूप में की गई है। दोनों नौ से 11 वर्ष की उम्र के हैं। वहीं, राजसमंद पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया कि बाघोटा गांव में चट्टान के खिसने से प्रेमसिंह राजपूत (45) की मौत हो गई और केलवा थाना क्षेत्र के केलवा गांव में मकान का छज्जा गिरने से लाली बाई (48) की मौत हो गई।
कई बड़े बांधों में जलस्तर बढ़ा
राजस्थान के आपदा और राहत सचिव पीसी किशन ने कहा कि भारी वर्षा के कारण जालोर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। हमारी कई टीम अलर्ट पर हैं। उन्होंने कहा कि पिंडवाड़ा, आबू रोड और रेवड़ में कई बड़े बांधों में पानी बहुत ज्यादा भर गया है।
कमजोर पड़ा बिपरजॉय का दबाव
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय एक गहरे दबाव में कमजोर हो गया है और पूर्व-उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है, दक्षिण राजस्थान और उत्तरी गुजरात के आसपास के क्षेत्रों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।