Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Country is bigger than any institution or idea Ajmer Dargah chief Zainul A bedeen welcomes ban on PFI

देश किसी भी संस्था या विचार से बड़ा होता है;अजमेर दरगाह प्रमुख ने PFI पर बैन का किया स्वागत

बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नाम के एक इस्लामिक संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया। जिसके बाद अजमेर दरगाह प्रमुख जैनुल आबेदीन ने इस फैसले को सही ठहराते हुए, इसका स्वागत किया।

Mohammad Azam भाषा, अजमेरWed, 28 Sep 2022 10:25 AM
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बुधवार को सरकार द्वारा पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले को अजमेर दरगाह के जैनुल आबेदीन अली खान ने सही ठहराया है। दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख जैनुल आबेदीन अली खान ने केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई कानून के अनुपालन और आतंकवाद की रोकथाम के लिए की गई है और सभी को इसका स्वागत करना चाहिए। 

देश को किसी संस्था और विचार से बड़ा बताते हुए जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा कि जो देश तोड़ने  की कोशिश करता है उसे इस देश में रहने का अधिकार नहीं है। खान ने कहा, “देश सुरक्षित है तो हम सुरक्षित हैं, देश किसी भी संस्था या विचार से बड़ा है और अगर कोई इस देश को तोड़ने, यहां की एकता और संप्रभुता को तोड़ने की बात करता है, देश की शांति खराब करने की बात करता है, तो उसे इस देश में रहने का अधिकार नहीं है।” 

उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से लगातार पीएफआई की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की खबरें आ रही हैं और इस पर लगाया गया प्रतिबंध देश हित में है।  उन्‍होंने कहा, “मैंने खुद पहली बार सरकार से दो साल पहले पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।” उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने कथित रूप से आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगा दिया है। 

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मंगलवार रात जारी एक अधिसूचना के अनुसार, केंद्र सरकार का मानना है कि पीएफआई और उसके सहयोगी ऐसी विनाशकारी कृत्यों में शामिल रहे हैं, जिससे जन व्यवस्था प्रभावित हुई है, देश के संवैधानिक ढांचे को कमजोर किया जा रहा है और आतंक-आधारित शासन को प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा उसे लागू करने की कोशिश की जा रही है। 

गृह मंत्रालय ने कहा, ''उक्त कारणों के चलते केंद्र सरकार का दृढ़ता से यह मानना है कि पीएफआई की गतिविधियों को देखते हुए उसे और उसके सहयोगियों या मोर्चों को तत्काल प्रभाव से गैरकानूनी संगठन घोषित करना जरूरी है।''

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