राजस्थान BJP में घमासान, वसुंधरा राजे कैंप के विधायक ने गजेंद्र सिंह शेखावत पर लगाए आरोप
राजस्थान में जोधपुर के शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा है। वसुंधरा राजे कैंप के माने वाले बाबू सिंह राठौड़ काम पूरे नहीं होने पर नाराज दिखे।
राजस्थान में जोधपुर के शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा है। वसुंधरा राजे कैंप के माने वाले बाबू सिंह राठौड़ ने कहा कि "भूंगरा गैस त्रासदी में आपने मदद का भरोसा दिलाया था, लेकिन पूरा नहीं हुआ। संविदा पर नौकरी नहीं लगी। पीएम कोष से राहत बढ़ाने का वादा किया था, वह भी पूरा नहीं हुआ। केंद्रीय विधायलय की शेरगढ़ में बरसों से मांग थी। गत वर्ष राजनाथ सिंह के सामने अपनी बात रखने के लिए खड़ा हुआ, तो कहा कि केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत हो चुका है, लेकिन आज तक यहां स्कूल नहीं खुला। जबकि तिंवरी और पाली में खुल गया है। " राठौड़ ने कहा कि फिर डबल इंजन की सरकार किस काम की। राठौड़ ने कहा कि "अभी यहां से कहा कि चौपासनी में सैनिक स्कूल खुलवाया है, जबकि हकीकत यह है कि चौपासनी स्कूल की पूरी कमेटी दिल्ली गई और स्वीकृति लेकर आई थी।"
"हमें पता है कि आप सीकर के मेहरौली के रहने वाले हैं
राठौड़ ने शेखावत के लिए कहा कि "हमें पता है कि आप सीकर के मेहरौली के रहने वाले हैं, इसलिए झूंझनूं में खुलवाया, जबकि जहां के सांसद आप हो, वहां पर खुलवाते। आप अपने क्षेत्र में काम नहीं कर रहे हैं, चाहते तो ईआरसीपी की तर्ज पर डब्ल्यूआरसीपी अपने लिए भी बन सकती है।"दरअसल सोमवार को शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सेतरावा में वीर शिरोमणि राव श्रीदेवराज राठौड़ की 662वीं जयंती पर समारोह का आयोजन हुआ।
विधायक बाबूसिंह राठौड़ ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर अपनी नाराजगी जाहिर की। मंच से ही राठौड़ ने शेखावत की कार्यशैली पर सवाल उठाया। जमकर हमला बोला। इतना ही नहीं राठौड़ ने जनता से यह आह्वान किया कि "इस बार आप सब तैयार रहना, सड़कों पर संघर्ष करना पड़ेगा, नहीं तो ऐसे लोग आएंगे और चिकनी चुपड़ी बातें करके चले जाएंगे." हालांकि इस कार्यक्रम में राठौड़ जब उन पर हमला कर रहे थे, तब गजेंद्र सिंह शेखावत वहां से निकल चुके थे।
शेरगढ़ विधायक ने कहा कि "शेरगढ़ शूरवीरों की धरती है। यहां पर केंद्रीय मंत्री के सामने ईसीएचएस अस्पताल खोलने की मांग रखी गई थी। शेखावत ने लोगों से कहा था कि उनकी निर्मला सीतामरण से बात हो गई। अस्पताल स्वीकृत हो गया है, लेकिन कभी हमें लेटर नहीं मिला। राठौड़ ने अपने संबोधन में एक बाद एक कई ऐसे काम बताए, जिनको लेकर शेखावत ने कहा, लेकिन वो हुए नहीं।