Biparjoy in Rajasthan: तूफान के चलते टूटा डैम, जलमग्न हुए शहर; राजस्थान में बिपरजॉय का तांडव
बिपरजॉय का सबसे ज्यादा असर सांचौर जिले में देखने को मिला। भारी बारिश की वजह से सुरवा बांध टूट गया। बांध टूटने से नर्मदा लिफ्ट नहर में भी पानी बढ़ गया और बाद में इससे नहर भी टूट गई।
Biparjoy, Biparjoy in Rajasthan: गुजरात में तबाही मचाने के बाद बिपरजॉय तूफान अब राजस्थान में कहर बरपा रहा है। राज्य के जालौर, सिरोही और बाड़मेर जिले में तूफानी तांडव से लोग परेशान हैं। तीनों जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इन जिलों के कुछ इलाकों में अब तक 10 से 13 इंच (एक फुट तक) बारिश हो चुकी है। बाड़मेर में रविवार को तालाब में नहाने के दौरान दो बच्चे डूब गए। वहीं पाली में करंट लगने से दो बच्चों की मौत हो गई।
शहर को पानी ने निगला
बिपरजॉय का सबसे ज्यादा असर सांचौर जिले में देखने को मिला। भारी बारिश की वजह से सुरवा बांध टूट गया। बांध टूटने से नर्मदा लिफ्ट नहर में भी पानी बढ़ गया और बाद में इससे नहर भी टूट गई। तबाही का यह मंजर देख इलाके के लोग डरे हुए हैं। आज सुबह नौ बजे के करीब शहर में पानी घुस गया। और देखते ही देखते पूरे शहर को पानी ने निगल लिया। पंद्रह मिनट के भीतर ही पूरा इलाका चार से पांच फीट तक जलमग्न हो गया।
जालौर का हाल बेहाल
शहरों में फंसे लोगों को एसडीआरएफ की टीमें सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर रही हैं। जालौर में करीब 25 लोग निंबावास नदी के पास फंस गए थे। वहीं रतनपुरा में जलभराव वाले इलाके में तीन लोग फंस गए थे। जिलाधिकारी निशांत जैन ने इस बात की पुष्टि की है कि सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा चुका। निशांत जैन ने बताया कि कई गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है जिसे बहाल किया जा रहा है। आज सुबह 9.30 बजे तक जालौर में 456 मिमी, माउंट आबू में 360 मिमी, चितलवाना में 338 मिमी, जसवंतपुरा में 332 मिमी, रानीवाड़ा में 322 मिमी, श्योगंज में 315 मिमी, सुमेरपुर में 270 मिमी बारिश दर्ज की गई।
उखड़ गए बिजली के खंभे
बिपरजॉय की चपेट में बाड़मेर जिला भी है। जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित ने बताया, जलभराव वाले इलाकों में फंसे लोगों को बचाया गया है। भारी जल प्रवाह के कारण जिले के अधिकांश बांध, नदियां और तालाब ओवरफ्लो हो रहे हैं। करीब 1150 बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। वहीं 274 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। दरअसल, तूफान जैसे ही जोधपुर-पाली की ओर बढ़ा वैसे ही उन इलाकों में मूसलाधार बारिश होने लगी। कई जगहों पर जलभराव हो गया। पिछले 24 घंटे में बाड़मेर में 70.33 मिमी बारिश हुई है। 25 साल बाद पहली बार एक दिन में इतनी ज्यादा बारिश हुई है।
10 गायों की मौत
सिरोही जिले में 16 जून से अब तक करीब 13 इंच बारिश हो चुकी है। पूरे जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। शहर के आसपास के इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया। सड़कों पर करीब तीन फीट तक पानी भर गया है। रेवड़ तहसील में करीब 10 गायों की मौत हो गई। वहीं 25 से अधिक गायें बीमार हैं। कई जगह पर पेड़ सड़क पर गिर गए हैं।
बता दें कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं। बिपरजॉय तूफान की तबाही के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के दौरे पर भी गए थे। गुजरात में अभी भी कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। हालांकि जिन गांवों में बिजली कट गई थी उन्हें ठीक करने के लिए कई टीमें लगाई गई हैं।