भिवानी कांड: जुनैद और नासिर के परिजनों से मिले सीएम गहलोत, न्याय का दिया भरोसा
आरोप है कि 15 फरवरी को कथित तौर से कुछ गौ-रक्षक इन दोनों को जबरन अपने साथ ले गए थे। जिसके बाद उनकी लाश मिली है। दोनों ही मृतकों के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है।
Ashok Gehlot Meets Junaid-Nasir Family: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जुनैद और नासिर के परिजनों से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने परिजनों को भरोसा दिलाया है कि उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बताया, 'कुछ दिन पहले मैंने हरियाणा में हिंसा का शिकार होकर जान गंवाने वाले जुनैद एवं नासिर के परिवारों से मुलाकात की। इस जघन्य अपराध के पीड़ितों न्याय दिलाने के लिए राजस्थान पुलिस पूरा प्रयास कर रही है एवं न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।' इसके साथ ही सीएम ने एक तस्वीर भी शेयर की है इस तस्वीर में वो नाजिर और जावेद के परिजनों से बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि बीते 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक बोलेरो के अंदर दो लोगों के कंकाल मिले थे। जली हुई बोलेरो में मिली दोनों कंकालों के बारे में बताया गया कि यह जुनैद और नासिर के हैं। भरतपुर के रहने वाले जुनैद और नासिर का शव हरियाणा के लोहारू में एक जली हुई गाड़ी के अंदर से बरामद की गई थी। आरोप है कि 15 फरवरी को कथित तौर से कुछ गौ-रक्षक इन दोनों को जबरन अपने साथ ले गए थे। जिसके बाद उनकी लाश मिली है। दोनों ही मृतकों के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कुछ दिन पहले जुनैद और नासिर के परिजनों से मुलाकात की थी। इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार अशोक गहलोत सरकार पर निशाना भी साध रहा था। राज्य सरकार द्वारा पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात ना करने को लेकर ओवैसी ने सवाल भी उठाए थे। इस चर्चित कांड में गौरक्षक मोनू मानेसर को आरोपी बनाए जाने के बाद से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल इसके विरोध में उतर आए हैं।
आरोप लग रहे हैं कि गोकशी में शामिल होने के शक के आधार पर मोनू मानेसर सहित बजरंग दल के कुछ सदस्यों ने मिलकर जुनैद और नासिर का अपहरण किया था और बाद में उसकी हत्या कर दी गई है। भिवानी कांड को लेकर मोनू मानेसर के समर्थन में बजरंग दल और वीएचपी के सदस्यों ने प्रदर्शन भी किया है।