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Ashok Gehlot Sardarpura Seat Result: अशोक गहलोत फिर बने सरदारपुरा के सरदार, पर नहीं रहेगा अब CM का किरदार

Ashok Gehlot Seat Result: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट से 25 सालों से विधायक हैं। वह पहली बार 1998 में यहां से चुने गए थे और तब से लगातार यहां से विधायक बने हुए हैं।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, जयपुरSun, 3 Dec 2023 04:59 PM
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Ashok Gehlot Seat Result: राजस्थान के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 26 हजार से ज्यादा वोटों से अपनी परंपरागत सीट सरदार पुरा से जीत हासिल कर ली है। भले ही कांग्रेस को सत्ता से बेदखल होना पड़ा है और अशोक गहलोत की सीएम की कुर्सी छिन गई है, लेकिन उनकी विधायकी कायम रही है। अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट से 25 सालों से जीतते आ रहे हैं। पहली बार 1998 में उन्होंने यहां जीत पाई थी और तब से ही जोधपुर की इस सीट का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। उनके मुकाबले भाजपा ने प्रोफेसर महेंद्र राठौर को उतारा था, जिन्हें 70463 वोट मिले और वह 26396 मतों से पीछे रहे।

महेंद्र सिंह राठौर लंबे समय से भाजपा नेतृत्व से चुनाव लड़ने का मौका मांगते रहे हैं। इस बार उन्हें इसके लिए कहना नहीं पड़ा था बल्कि उन्हें पार्टी ने गहलोत के मुकाबले उतारकर बड़ी चुनौती दी। उनका मुकाबला यहां लगातार 6 चुनाव जीत चुके अशोक गहलोत से था। यह चुनाव अशोक गहलोत के लिए बेहद अहम था क्योंकि वह कई बार इमोशनल अपील करते हुए कह चुके हैं कि शायद यह उनका आखिरी ही चुनाव हो।

क्या होगा अशोक गहलोत का भविष्य, लग रहे कयास

सचिन पायलट से उनकी जिस तरह की प्रतिद्वंद्विता उसे देखते हुए उनके भविष्य को लेकर सवाल भी उठते ही रहे हैं। अब जब भाजपा को यहां सत्ता मिल गई है तो यह भी चर्चाएं हैं कि आखिर 72 साल के हो चुके अशोक गहलोत का सियासी भविष्य अब क्या होगा। कांग्रेस आखिर कहां उन्हें फिट करेगी। इसके अलावा हार के बाद सचिन पायलट से उनकी अदावत फिर से तेज हो सकती है।

पहले थी गहलोत बनाम गजेंद्र शेखावत के मुकाबले की चर्चा

पहले यहां तक चर्चा थी कि गजेंद्र सिंह शेखावत को यहां से टिकट मिल सकता है, लेकिन राठौर को मौका दिया गया। दरअसल जोधपुर लोकसभा सीट के तहत ही यह क्षेत्र आता है। यहां से गजेंद्र सिंह शेखावत सांसद हैं। उन्होंने गहलोत के बेटे वैभव को 2019 के आम चुनाव में 2.79 लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया था। महेंद्र सिंह राठौर को खुद को कार्यकर्ता बताते हैं, लेकिन उन्हें भाजपा ने जिस अहम सीट से उतारा है, यदि यहां वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो फिर पार्टी में निश्चित तौर पर उनका कद बढ़ जाएगा। 

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