SDM Assault Case: हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच मांगों पर बनी सहमति
- गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी और समरावता सहित आसपास के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई वार्ता में यह सहमति बनी।
राजस्थान में एसडीएम थप्पड़ कांड मामले की जांच अब संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी करेगी। इसके साथ ही घटना के दौरान ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई भी राज्य सरकार करेगी। गृहराज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी और समरावता सहित आसपास के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई वार्ता में यह सहमति बनी।
समरावता सहित पांच ग्राम पंचायतों को देवली उपखंड से हटाकर उनियारा उपखंड में शामिल करने पर भी सहमति बन गई है। हालांकि, इस सहमति के बीच ग्रामीणों ने पहले संभागीय आयुक्त से जांच पर नाराजगी जताते हुए वार्ता को विफल बताया, लेकिन किरोड़ी लाल मीणा की समझाइश पर ग्रामीण संभागीय आयुक्त स्तर पर जांच को लेकर सहमत हो गए और मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए रवाना हुए।
देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में हुई घटना की जांच और नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर समरावता सहित आसपास के ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के साथ गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम के आवास पहुंचा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी भी मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल और सरकार के मंत्रियों की बीच करीब 2 घंटे तक वार्ता हुई. इस वार्ता के बाद किरोड़ी लाल मीणा प्रतिनिधिमंडल के साथ मीडिया से मुखातिब हुए और उन्होंने कहा कि 13 नवंबर को जो घटना हुई, उसकी पूरी निष्पक्ष जांच हो, जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो। इस मांग पर सरकार ने संभागीय आयुक्त की अध्यक्ष में कमेटी का गठन करेगी।