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सरकार कंफ्यूज; SI भर्ती पर सचिन पायलट बोले- विधानसभा में मांगेंगे जवाब

सरकार में इतने सारे पावर सेंटर बन चुके हैं कि मंत्री कुछ बोलते हैं। सरकार कुछ बोलती है। इन सबके बीच जनता पिस रही है। एक तरह से मजाक बना हुआ है।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानThu, 9 Jan 2025 07:46 PM
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कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने प्रदेश की भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने जयपुर आवास पर मीडिया से बातचीत की। कहा- यह सरकार पूरी तरह कन्फ्यूज्ड है. मंत्री बोलते हैं कि वे भर्ती रद्द करवाएंगे। सरकार बोलती है कि भर्ती रद्द नहीं कर सकते हैं। सरकार में जो गतिरोध चल रहा है, उसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने प्रदेश की भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने जयपुर आवास पर मीडिया से बातचीत की। कहा- यह सरकार पूरी तरह कन्फ्यूज्ड है. मंत्री बोलते हैं कि वे भर्ती रद्द करवाएंगे। सरकार बोलती है कि भर्ती रद्द नहीं कर सकते हैं। सरकार में जो गतिरोध चल रहा है, उसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। पायलट ने आगे कहा कि एक स्पष्ट नीति होनी चाहिए। स्पष्ट निर्णय लेना चाहिए।

एसआई भर्ती को लटकाते हुए सरकार को इतने महीने हो गए. पता ही नहीं चल रहा है कि सरकार चाहती क्या है। एसआई भर्ती की बात हो या बाकि मुद्दों की। अनिश्चितता और अनिर्णय की जो स्थिति है। उससे जनता में भी कन्फ्यूजन पैदा हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार में इतने सारे पावर सेंटर बन चुके हैं कि मंत्री कुछ बोलते हैं। सरकार कुछ बोलती है। इन सबके बीच जनता पिस रही है। एक तरह से मजाक बना हुआ है। कोई भी योजना धरातल पर उतर नहीं पा रही है। यह सरकार की विफलता है। जिन मुद्दों को लेकर चुनाव लड़े थे। सरकार को उन्हें पूरा करना चाहिए। लगता है कि निर्देश दिल्ली से आते हैं और अफसरशाही हावी है। सत्ता पक्ष के विधायक भी अपने आप को असहाय महसूस करते हैं। सरकार बिलकुल भगवान भरोसे चल रही है।

सचिन पायलट ने कहा कि सरकार को अब एक साल हो गया है, जो निर्णय सरकार ने लिए हैं, उनसे जनता में काफी आक्रोश है। जिलों को निरस्त किया गया है। उससे भी जनता में आक्रोश हैष हम जो अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोल चुके हैं, उनकी समीक्षा कर रहे हैं। सरकार को तो और स्कूल खोलने चाहिए। आप स्कूल की संख्या कम करना चाहते हैं। कई स्कूल ऐसे हैं, जहां कोई नामांकन ही नहीं है। इन सब बातों को लेकर सरकार को जवाब देना पड़ेगा। विधानसभा सत्र में इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को हम कठघरे में खड़ा करेंगे और जवाब मांगेंगे।

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