RSMSSB: वन टाइम रजिस्ट्रेशन शुल्क योजना बंद करने की तैयारी, सामने आई ये वजह
- राजस्थान में वन टाइम रजिस्ट्रेशन शुल्क योजना बंद हो सकती है। नए सिरे से शुल्क तय होगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में फिर से परीक्षा का आवेदन शुल्क वसूला जाएगा। कर्मचारी बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज की एक पोस्ट ऐसे संकेत मिले है।
राजस्थान में वन टाइम रजिस्ट्रेशन शुल्क योजना बंद हो सकती है। नए सिरे से शुल्क तय होगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में फिर से परीक्षा का आवेदन शुल्क वसूला जाएगा। राजस्थान कर्मचारी बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज की एक पोस्ट ऐसे संकेत मिले है। हालांकि, विवाद बढ़ने पर पोस्ट डिलीट कर दी गई। आलोत राज ने एक्स पर लिखा-हम चाहते हैं कि जो परीक्षा को लेकर गंभीर हैं सिर्फ वो ही फॉर्म भरें। ज्यादा अनुपस्थिति से सरकारी खजाने पर भार से भी बढ़कर, तीन बड़े नुकसान हैं। फालतू पेपर छपते हैं जिससे पेड़ कटते हैं।फालतू डीजल पेट्रोल जलता है। फालतू टीचर्स परीक्षा में लगाने से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में गहलोत सरकार ने वन टाइम रजिस्ट्रेशन योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत सरकार ने आवेदन शुल्क नि:शुल्क कर रखा है। इसलिए अभ्यर्थी एक साथ कई भर्तियों में आवेदन कर देते हैं। इससे परीक्षाओं का खर्चा बढ़ रहा है। दूसरी तरफ बेरोजगारों से जुड़े संगठन इसका विरोध कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड सहित आरपीएससी की भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की उपिस्थति औसत 60 फीसदी तक आ रही है। चयन बोर्ड की ओर से शनिवार को कनिष्ठ अनुदेशक भर्ती परीक्षा में सुबह की शिफ्ट में 60 फीसदी और दोपहर की शिफ्ट मेंं 40 फीसदी से भी कम उपस्थिति रही। इसी प्रकार बोर्ड की महिला पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा में 50.13 फीसदी अभ्यर्थी उपिस्थत रहे। इसके अलावा बोर्ड छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा में 60.64 फीसदी अभ्यर्थी पहुंचे। वहीं, आरपीएससी की ओर से आयोजित सहायक सांख्यिकी अधिकारी प्रतियोगी परीक्षा में महज 17.46 फीसदी उपस्थिति रही।