Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Reputation of Bhajanlal government at stake in Rajasthan Assembly by elections

राजस्थान बीजेपी : उपचुनाव पहली परीक्षा, भजनलाल सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर

  • राजस्थान विधानसभा चुनाव में भले ही खोने के लिए बीजेपी की एक सीट है, लेकिन सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर है। हालांकि, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का कहना है कि वे चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानThu, 17 Oct 2024 10:16 AM
share Share

राजस्थान विधानसभा चुनाव में भले ही खोने के लिए बीजेपी की एक सीट है, लेकिन सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर है। हालांकि, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का कहना है कि वे चुनौती का सामना करने के लिए मजबूती से तैयार हैं। उनका दांवा है कि इस बार उपचुनाव में कांग्रेस से उनकी सीटें छीन लेंगे। हमारी परीक्षा तो हर समय होती है और आप हमारी हर बार परीक्षा लेते हो। यह परीक्षा है। इस चुनौती का पूरी तरीके से सामना करेंगे। संगठन चुनाव लड़ता है। संगठन की पूरी तैयारी है। हम चुनाव जीतेंगे। राठौड़ ने कहा कि संगठन पूरी तरीके से सुदृढ़ है। संगठन मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा। हम जीतेंगे भी।

उल्लेखनीय है कि राजस्थान में 13 नवंबर को 7 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। ये भजनलाल सरकार की पहली बड़ी राजनीतिक परीक्षा होगी। सात में से केवल एक सीट (सलूंबर​​​​​​) को छोड़ बाकी सीटों पर BJP के विधायक नहीं थे। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में अपने विधायकों को टिकट दिए थे। वे चुनाव जीतकर सांसद बन गए। ऐसे में कांग्रेस के सामने आब जीत का बरकरार रखने की चुनौती है। इसके बावजूद भजनलाल सरकार की सांख भी दांव पर लगी हुई है। सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी के लिए राहत की बात यह है कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों आरएलपी और बीएपी के बीच असंमजस की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ती है तो बीजेपी को वैटेज मिल सकता है।

कांग्रेस नेता द्वारा पर्ची सरकार व यू टर्न वाली सरकार कहने पर मदन राठौड़ ने कहा कि आरोप लगाना अलग बात है। कांग्रेस के नेता एक दूसरे को नकारा और निकम्मा तक बोल देते थे, जबकि हमारे नेताओं ने तो एक छोटी सी चिट्ठी को सम्मान दिया। हमारे नेताओं के एक-दूसरे से अच्छे संबंध हैं। शिक्षा विभाग ने तबादला सूची जारी की, लेकिन हमारे दूसरे विधायक या मंत्री को उसमें कुछ आपत्ति नजर आई तो उन्होंने चिट्ठी लिखी।

उस चिट्ठी का दूसरे विभाग के मंत्री ने इस कदर सम्मान किया कि तबादला सूची को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया। इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि हम एक दूसरे जनप्रतिनिधि का कितना सम्मान करते हैं। डोटासरा के सर्कस के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि राठौड़ ने कहा कि जिनके घर में ही सर्कस है, वह हम पर आरोप लगा रहे हैं।

अगला लेखऐप पर पढ़ें