Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Rajasthan Police constable posted for security of Kota Ladpura MLA Kalpana Devi dismissed

राजस्थान पुलिस के काॅस्टेबल ने बिना तैनाती के उठा लिया 4 साल वेतन, बर्खास्त

  • राजस्थान पुलिस के काॅन्स्टेबल ने सुरक्षा में बिना तैनाती के चार साल वेतन उठा लिया। वह कोटा से लाडपुरा विधायक कल्पना देवी की सुरक्षा में तैनात था। मामला सामने आने पर जांच बिठाई गई। जांच में दोषी पाने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानSun, 12 Jan 2025 01:05 PM
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राजस्थान पुलिस के काॅन्स्टेबल ने सुरक्षा में बिना तैनाती के चार साल वेतन उठा लिया। वह कोटा से लाडपुरा विधायक कल्पना देवी की सुरक्षा में तैनात था। मामला सामने आने पर जांच बिठाई गई। जांच में दोषी पाने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि लाडपुरा विधायक ने जून 2023 में शिकायत की थी। उनके पास 4 साल से गनमैन नहीं है, लेकिन कांस्टेबल जितेंद्र सिंह के वेतन का भुगतान पुलिस विभाग कर रहा है।

पुलिस विभाग ने वर्ष 2019 में विधायक की सुरक्षा में गनमैन तैनात किया था, लेकिन वो विधायक के पास पहुंचा ही नहीं। वह न तो पुलिस विभाग में ड्यूटी कर रहा है और न ही विधायक की सुरक्षा में लगा है। ऐसे में उसे पहले सस्पेंड कर एडिशनल से जांच करवाई गई थी। अब जांच पूरी होने पर उसे बर्खास्त कर दिया है।

जितेंद्र सिंह सोलंकी ने एक बार भी पुलिस लाइन में किसी को यह नहीं बताया कि वह कल्पना देवी की सुरक्षा में नहीं लगा हुआ है। इसके चलते हमेशा पुलिस लाइन से उसकी सैलरी बन जाती थी और उसके खाते में चली जाती थी। आरोपी कांस्टेबल जितेंद्र सिंह सोलंकी को करीब 50 हजार रुपए से ज्यादा की सैलरी हर माह मिल रही थी। ऐसे में वह अभी तक 25 लाख रुपए की सैलरी उठा चुका था, जबकि उसने बतौर सुरक्षाकर्मी काम ही नहीं किया है। पिछले 4 साल से गनमैन न केवल पुलिस विभाग से वेतन ले रहा है, बल्कि अपने हथियार की वार्षिक रिपोर्ट भी जमा करा रहा है। इस दौरान वह मौज मस्ती करता रहा।

वीआईपी की सुरक्षा में लगे गनमैन को हर साल अपने हथियार का ब्यौरा उपलब्ध कराना होता है, जिसके लिए उसे पुलिस लाइन में जाना पड़ता है। जब विधायक के साथ लगे गनमैन जितेंद्र सिंह को फोन किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला। ऐसे में पुलिस ने विधायक को फोन कर दिया। विधायक ने कहा कि उनके पास तो कोई गनमैन ही नहीं है। इससे पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया। इसके बाद पुलिस ने आंतरिक जांच शुरू की तो सामने आया कि बीते 4 सालों से वह पुलिस लाइन में अपने हथियार का ब्यौरा प्रस्तुत कर सैलरी भी पूरी उठा रहा था।

पुलिस लाइन में आकर ट्रेनिंग भी ली है। साथ ही वह जयपुर में जाकर गनमैन का प्रशिक्षण भी अलग से 2022 जुलाई में लेकर आया है।। हर बार ट्रेनिंग के लिए पुलिस लाइन में आमद करवाता था। साथ ही ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद वापस रवानगी ले लेता था।

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