राजस्थान : दुष्कर्म के आरोपी की मदद कर फंस गया प्रिंसिपल, नाबालिग लड़की के जन्म रिकॉर्ड में किया था फेरबदल
राजस्थान पुलिस ने एक 14 वर्षीय बलात्कार पीड़िता के जन्म रिकॉर्ड में फेरबदल करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक 50 वर्षीय स्कूल प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम विजेंद्र कुमार मल है।
राजस्थान पुलिस ने एक 14 वर्षीय बलात्कार पीड़िता के जन्म रिकॉर्ड में कथित रूप से फेरबदल करने के आरोप में शनिवार को उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक 50 वर्षीय स्कूल प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम विजेंद्र कुमार मल है। आरोप है कि प्रिंसिपल ने रेप के आरोपी को जमानत दिलाने में मदद करने के लिए ऐसा किया था। उसने झूठा दावा किया कि लड़की नाबालिग नहीं है, जिससे पॉक्सो केस कमजोर हो गया।
डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि लड़की ने पिछले महीने जयपुर के मुरलीपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके पिता और मौसी ने उसे हरियाणा के संदीप नाम के एक व्यक्ति को 2 लाख रुपये में बेच दिया था।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया कि संदीप ने उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने बाद में इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की और लड़की के पिता, मौसी और संदीप को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
पीड़िता की उम्र के आधार पर कानूनी लाभ पाने के लिए आरोपी के परिवार के सदस्यों ने उस स्कूल से जारी एक गलत जन्म रिकॉर्ड पेश किया, जहां नाबालिग का दाखिला हुआ था। बदले गए दस्तावेजों में यह झूठा दावा किया गया कि लड़की का जन्म 2003 में हुआ था, जिससे उसकी उम्र 21 साल हो गई और वह बालिग है।
इस मामले की जांच में पुलिस ने पाया कि प्रिंसिपल विजेंद्र कुमार मल ने बलात्कार पीड़िता के परिवार के साथ मिलीभगत करके जन्म वर्ष को 2010 से बदलकर 2003 कर दिया था, जो उसके जेल में बंद पिता और चाची को बचाने की कोशिश कर रहा था। इसके परिणामस्वरूप पुलिस ने दूसरी एफआईआर दर्ज की और प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया।
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