बेकाबू कार ने बरपाया कहर तो जयपुर में भारी बवाल, क्यों विधायक कागजी पर सवाल
- राजस्थान की राजधानी जयपुर में आधी रात 10 लोगों को कुचलने वाले नशेड़ी ड्राइवर के खिलाफ लोग आगबबूला हैं। नाहरगढ़ इलाके में बेकाबू कार ड्राइवर ने रात के अंधेरे में लोगों पर गाड़ी चढ़ा दी थी।

राजस्थान की राजधानी जयपुर में आधी रात 10 लोगों को कुचलने वाले नशेड़ी ड्राइवर के खिलाफ लोग आगबबूला हैं। नाहरगढ़ इलाके में बेकाबू कार ड्राइवर ने रात के अंधेरे में लोगों पर गाड़ी चढ़ा दी थी। इसमें 3 की मौत तो 6 घायल बताए जा रहे हैं। हिट एंड रन के इस मामले में आज जयपुर में लोग सड़कों पर उतर आए। जगह-जगह सड़कें जाम और आगजनी कर लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
जयपुर के नाहरगढ़ इलाके में सोमवार साम हुई इस घटना के विरोध में स्थानीय लोगों के अलावा बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के भी लोग भी सड़कों पर उतर आए हैं। असल में कार चला रहा शख्स एक विशेष समुदाय का है और आरोप है कि वह कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। पार्टी से जुड़ा होने के कारण विधायक उस बचाने की कोशिश कर रहे हैं। विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि किशनपोल जयपुर के कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ही वह नेता हैं जो आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि मृतकों के परिवारजनों को डेढ़ करोड़, सरकारी नौकरी और घायलों को 50-50 लाख रुपये की मदद की जाए।
विरोध कर रहे लोगों में से एक व्यक्ति ने एक निजी चैनल को बताया कि शाम को हुई इस दर्दनाक घटना के बाद अमीन कागजी घटनास्थल पर आधे-पौन घंटे में पहुंच गए। सुबह से जयपुर में धरना प्रदर्शन चल रहा है, एक जनप्रतिनिधि होने के चलते उन्हें अबतक आ जाना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा कि आप अंदाजा लगाइए कि कागजी जनता के प्रति कितने सजग हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हिट एंड रन मामला सोची समझी साजिश है। सरकार गहनता से जांच करे और ऐसे लोगों को नेस्तनाबूद कर देना चाहिए। आरोपी का नाम उस्मान है।
अतिरिक्त डीसीपी बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपी उस्मान को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह नशे की हालत में था। इस घटना में 3 लोगों की मौत हो गई और 6 घायल हो गए। 6 घायलों में से 3 को छुट्टी दे दी गई है और 3 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है,उनकी हालत सामान्य है। आरोपी की कार बरामद कर ली गई है। आगे की जांच चल रही है। आरोपी मेडिकल उपकरणों का कारोबार करता है और कार उसकी कंपनी की थी।
पुलिस और स्थानीय लोगों ने कार को तब रोका जब वह मुख्य दुर्घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर एक संकरी गली में फंस गई। कार चालक को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। हादसे में घायल हुए लोगों में वीरेंद्र सिंह (48), ममता कंवर (50), मोनेश सोनी (28), मोहम्मद जलालुद्दीन (44), दीपिका सैनी (17), विजय नारायण (65), जेबुन्निशा (50), अंशिका (24) और अवधेश पारीक (37) शामिल हैं। सभी को सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने ममता कंवर और अवधेश पारीक को मृत घोषित कर दिया। मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान वीरेंद्र सिंह की मौत हो गई।
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि कई घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि उस्मान खान विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में लोहे के बेड बनाने वाली फैक्ट्री का मालिक है। मेडिकल जांच में पुष्टि हुई है कि घटना के समय वह काफी नशे में था। पीड़िता ममता कंवर के पिता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। घटना के बाद इलाके में रोष फैल गया और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नाहरगढ़ रोड और आसपास के इलाकों में चार थानों की पुलिस तैनात कर दी गई।