क्या सचिन पायलट के अभेद किले में सेंध लगाए पाएंगे किरोड़ी लाल मीणा?
- दौसा पायलट फैमिली की कर्मभूमि है। जबकि देवली-उनियारा टोंक जिले में आती है, जहां से पायलट विधायक भी है। दौसा से बीजेपी ने कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा का टिकट दिया है।
राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे आज आएंगे। नतीजों से भजनलाल सरकार पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। सीएम भजनलाल शर्मा के साथ-साथ किरोड़ी लाल मीणा और सचिन पायलट की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। दौसा और देवली-उनियारा में पायलट के कहने पर ही कांग्रेस ने टिकट दिए है। दोनों ही क्षेत्रों में सचिन पायलट की पकड़ मजबूत मानी जाती है।
दौसा पायलट फैमिली की कर्मभूमि है। जबकि देवली-उनियारा टोंक जिले में आती है, जहां से पायलट विधायक भी है। दौसा से बीजेपी ने कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा का टिकट दिया है। जबकि कांग्रेस ने डीसी बैरवा को टिकट दिया है। ऐसे में दोनों दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। बता दें दौसा से कांग्रेस लगातार चुनाव जीतती आ रही है। ऐसे में किरोड़ी लाल मीणा के सामने बड़ी चुनौती पायलट के किले में सेंध लगाने की है।
मतगणना केंद्रों पर सुबह 8 बजे से त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटों की गिनती शुरू होगी। निर्वाचन विभाग 7 मतगणना केंद्रों पर कुल 98 टेबल्स पर 141 राउंड में ईवीएम के मतों की गणना होगी। प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में इस बार कांग्रेस और भाजपा के साथ ही भारत आदिवासी पार्टी और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी चुनावी मैदान में है। सभी दलों के नेताओं की ओर से जीत के दावे किए जा रहे हैं। एक विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने अपनी जीत का दावा किया है। भारत आदिवासी पार्टी ने जिन दो सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, वहां वो अपनी जीत के दावे कर रही है।
मतगणना को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि राज्य के 7 विधानसभा क्षेत्रों में झुंझुनू, रामगढ़, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, सलूंबर और चौरासी के उपचुनाव का परिणाम 23 नवंबर को घोषित होंगे। प्रदेश के 7 जिला मुख्यालयों पर शनिवार सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। मतगणना के संबंध में सभी तैयारियों पूरी कर ली गई हैं। ईवीएम मशीनों से मतों की गणना सुबह 8.30 बजे से शुरू होगी। इसके लिए 98 टेबल स्थापित की गई हैं।
सभी 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 141 राउंड में ईवीएम मशीनों से मतों की मतगणना होगी। मतदाताओं की संख्या के आधार पर 18 से 22 राउंड में मतों की गिनती होगी। झुंझुनू और सलूंबर विधानसभा क्षेत्रों के ईवीएम मतों की गिनती 22-22 राउंड में, रामगढ़ की 21 राउंड में, देवली-उनियारा और खींवसर विधानसभा क्षेत्रों की गिनती 20-20 राउंड में, दौसा और चौरासी के ईवीएम मतों की गिनती 18-18 राउंड में पूरी होगी।
महाजन ने बताया कि 23 नवंबर को सुबह 8 बजे सबसे पहले पोस्टल बैलेट के माध्यम से डाले गए मतों की गणना शुरू होगी। सेवा नियोजित मतदाताओं की ओर से और होम वोटिंग के जरिए डाले गए मतों की गिनती के लिए क्रमश: 39 और 28 टेबल स्थापित की गई हैं। राज्य के 7 विधानसभा क्षेत्रों में सेवा नियोजित मतदाताओं के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट मैनेजमेंट सिस्टम (इटीपीबीएमएस) के जरिए कुल 5,465 मतपत्र जारी किए गए है।
इनमें से 23 नवम्बर को सुबह 8 बजे से पहले संबंधित रिटर्निंग अधिकारी (आरओ) को प्राप्त होने वाले समस्त ईटीपीबी मतपत्रों को मतगणना में शामिल किया जाएगा। महाजन ने बताया कि 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठजन और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले विशेष योग्यजन श्रेणियों के कुल 3,127 मतदाताओं ने होम वोटिंग सुविधा के जरिए मताधिकार का उपयोग किया है।