हमारी पार्टी में सभी एकजुट है, उपचुनाव में उठे असंतोष के स्वर तो बोले मदन राठौड़
- बागियों से मान-मनौव्वल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि हमारी पार्टी में कहीं कोई बगावत नहीं है। सभी एकजुट हैं और संगठित होकर चुनाव लड़ेंगे। जब टिकट नहीं मिलता है तो थोड़ी बहुत निराशा और नाराजगी होती है।
राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को बगावत का सामना करना पड़ रहा। यहीं वजह है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को नाराज नेताओं का मनाने के लिए आगे आना पड़ा है। दूसरी तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कहीं कोई नाराजगी नहीं है, सभी एकजुट हैं और सातों सीटों पर जीत दर्ज करेंगे। राठौड़ ने इसके साथ कांग्रेस के आरोपों पर भी पलटवार किया।
बागियों से मान-मनौव्वल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि हमारी पार्टी में कहीं कोई बगावत नहीं है। सभी एकजुट हैं और संगठित होकर चुनाव लड़ेंगे। जब टिकट नहीं मिलता है तो थोड़ी बहुत निराशा और नाराजगी होती है, लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करने की बात सामने आती है तो सब एकजुट हो जाते हैं। इसलिए "मैं सोच समझकर पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि हमारी पार्टी में कहीं पर भी किसी भी सीट पर कोई बगावत नहीं है। सभी सातों सीटों पर हम मजबूत हैं, एकजुट हैं और तय मान कर चलिए कि हम सभी सातों सीट जीतने जा रहे हैं।
मदन राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं के बयानों से उनकी कमजोरी साफ तरीके से झलक रही है। हमारी पार्टी में 6 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए, सिर्फ एक सीट पर उम्मीदवार घोषित होना बाकी है, उसकी भी जल्द घोषणा जो जाएगी, लेकिन कांग्रेस तो अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा ही नहीं कर पा रही है। कांग्रेस में अंतरकलह इस कदर है कि उनके किसी भी एक सीट पर भी आपसी सहमति नहीं बन रही है। इसलिए कांग्रेस हम पर बयानबाजी करने की बजाय अपनी पार्टी को संभालें। कांग्रेस हमसे क्या सवाल कर रही है, हम तो हमारी सभी तैयारी पूरी करके बैठे हैं।
बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा की ओर कांग्रेस नेताओं के इशारे पर हो रहे काम वाले बयान पर मदन राठौड़ ने कहा कि सरकार सबका ध्यान रखकर काम करती है। कानून सम्मत व्यवहार करती है। किसी को अगर कहीं कुछ लगा है तो वह अपनी बात को समझाएं और बताएं, हम उस पर भी ध्यान देंगे. उन्होंने कहा कि जहां तक हमारे विधायक गोपाल शर्मा की बात है तो वह गंभीर हैं, समझदार हैं। हो सकता है उनके कुछ कहने सुनने में कोई गलतफहमी हुई हो, लेकिन सबका सम्मान है। सत्ता और संगठन में कहीं पर भी कोई दिक्कत नहीं है, जहां तक ऐसा हुआ या हो सकता है तो यह सब काल्पनिक बात है। यह यदि वाला शब्द है, यह काल्पनिक सवाल है। ऐसा कुछ नहीं है।