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राजस्थान विधानसभा उपचुनाव: कांग्रेस का नहीं हुआ गठबंधन, BAP ने इन सीटों पर प्रत्याशी उतारे

  • 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है। सलूंबर सीट पर प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा सीट पर भी पार्टी ने अनिल कटारा को प्रत्याशी बनाया है।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानSat, 19 Oct 2024 10:44 AM
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राजस्थान विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी के बीच गठबंधन नहीं हुआ है। जबकि दोनों दलों ने लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था। हालांकि, कांग्रेस ने पहले ही संकेत दिए थे कि गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था। अब भारत आदिवासी पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव के लिए चौरासी और सलूंबर सीट से अपने कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया है। BAP ने सलूंबर से जितेश कटारा को मौका दिया है तो वहीं डूंगरपुर की चौरसी विधानसभा सीट पर अनिल कटारा ताल ठोकेंगे। बता दें कि प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों के लिए 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना 23 नवंबर को होगी।

प्रदेश में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है। जिसमे से 2 सीटों पर भारत आदिवासी पार्टी भी चुनाव लड़ेगी। सलूंबर सीट पर प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा सीट पर भी पार्टी ने अनिल कटारा को प्रत्याशी बनाया है। चौरासी सीट से 2 बार से राजकुमार रोत विधायक रह चुके हैं। वे पहले भारतीय ट्राइबल पार्टी और फिर भारत आदिवासी पार्टी से विधायक रहे है। लेकिन राजकुमार रोत के सांसद बनने के बाद इस सीट पर वापस उपचुनाव हो रहे हैं। ऐसे में भारत आदिवासी पार्टी दोनों ही सीटों पर भाजपा ओर कांग्रेस को कड़ी टक्कर देगी।

अनिल अभी जिला परिषद सदस्य हैं। वे राजकुमार रोत के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट से चुनाव लड़ेंगे। भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने बताया कि आदिवासी पार्टी के सलेक्शन प्रणाली के तहत वोटिंग की गई। जिसमें अनिल कटारा को सबसे ज्यादा वोट मिले। इसके बाद अनिल कटारा के चौरासी विधानसभा सीट से बीएपी के प्रत्याशी के तौर पर नाम की घोषणा कर दी गई है।

अनिल कटारा आदिवासी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता है। वही चिखली क्षेत्र से भारत आदिवासी पार्टी से जिला परिषद सदस्य है। इस सीट पर पिछले 2 बार से राजकुमार रोत विधायक थे। 2018 में भारतीय ट्राइबल पार्टी और इसके बाद 2023 में भारत आदिवासी पार्टी से चुनाव जीते है। पिछली बार सबसे ज्यादा 69 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी। ऐसे में इस बार भी बीएपी बीजेपी और कांग्रेस को कड़ी टक्कर देगी।

भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) ने सलूंबर विधानसभा उपचुनाव के लिए सबसे पहले अपने कैंडिडेट की घोषणा कर दी है। बीएपी ने एक बार फिर जितेश कटारा को कैंडिडेट बनाया है। जितेश 2023 विधानसभा चुनाव में हार गए थे। भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत की अनुशंसा पर प्रदेश अध्यक्ष रमेश मईडा ने प्रत्याशी की घोषणा की है। सलूंबर विधानसभा उपचुनाव में जितेश कटारा को प्रत्याशी बनाया गया है. जितेश भारत आदिवासी पार्टी के सामाजिक विंग के कार्यकर्ता हैं। पार्टी ने उन्हें 2023 विधानसभा चुनावों में भी मैदान में उतारा था। विधानसभा चुनाव में उस समय उन्हें 51 हजार वोट मिले थे और तीसरे स्थान पर रहे थे।

बीएपी ने एक बार फिर उन्हीं पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। सलूंबर विधानसभा सीट भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के बाद खाली हुई है। सलूंबर विधानसभा सीट पर भाजपा के अमृतलाल मीणा को 80 हजार 86 वोट मिले थे और जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के रघुवीर मीणा को 65 हजार 395 वोट मिले थे।

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