किरोड़ी लाल की नाराजगी के बाद सरकार का यू-टर्न, 3 तबादला सूची निरस्त
- आरोप है कि इस तबादला सूची में एससी-एसटी के शिक्षकों का तबादला पांच से 6ह सौ किलोमीटर कर दिए। आरोप है कि तबादला सूची में जाति विशेष को खुश किया है।
राजस्थान में किरोड़ी लाल के ऐक्शन के बाद शिक्षा विभाग ने 40 प्रिंसिपल समेत 3 तबादलों सूचियों को रद्द कर दिया है। आरोप है कि प्रिंसिपल की सूची में 40 में से 27 मीणा समाज के कर्मचारियों का तबादला गृह जिला दौसा से बाड़मेर, जैसलमेर, डुंगरपुर और बांसवाड़ा कर दिया। इससे नाराज हो कर किरोड़ी लाल मीणा ने शिक्षामंत्री मदन दिलावर को पत्र लिखकर नाराजगी जताई और अविलंब रद्द करने की मांग की थी। आरोप है कि एससी-एसटी समाज के कर्मचारियों का तबादला 600 किलोमीटर दूर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि आज माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के रेफरेंस नंबर राजकाज रेफरेन्स नं 11132506, दिनांक 15.10.2024 के द्वारा करीबन 40 प्रधानाचार्यों के स्थानान्तरण आदेश जारी किये लेकिन, इस स्थानांतरण आदेश में एक जाति से जुड़े प्रधानाचार्यो को द्वेषतापूर्ण तरीके से टारगेट करते हुए उनके मूल तैनाती से अकारण ही स्थानांतरित किया गया है।
इस संबंध में सवाईमाधोपुर विधायक डॉ किरोडी लाल मीणा के द्वारा संज्ञान लेते हुए तुरंत ही शिक्षा मंत्री ,राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर स्थानांतरण सूची को अविलंब रूप से जनहित को ध्यान में रखते हुए तुरंत निरस्त या स्थगित करने के लिए पत्राचार किया गया, जिस पर कार्यवाही करते हुए राजस्थान सरकार के द्वारा 40 प्रधानाचार्य के स्थानांतरण आदेश को निरस्त कर दिया है।
बता दें आज कार्यालय निदेशक, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, बीकानेर ने 3 तबादला सूची जार की थी। पहली तबादला सूची 40 प्रिंसिपल के तबादले से जुड़ी हुई थी। जबकि दूसरी तबादला सूची में 5 स्कूल के व्याख्याता का तबादला किया गया था। तीसरी सूची में 8 थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले किए गए है। इन तबादला सूचियों ने राजनीतिक रंग ले लिया। समाज विशेष को टारगेट करने पर बवाल मच गया। खुद किरोड़ी लाल को तबादला निरस्त करने के लिए कहना पड़ा है। दरअसल, दौसा में विधानसभा उप चुनाव होने है। ऐसे में कांग्रेस इसे मु्द्दा बना सकती थी।