चांद सितारों की औकात है क्या ? किरोड़ी लाल मीणा का शायराना अंदाज में विरोधियों पर तंज
किरोड़ी लाल ने एक्स पर लिखा- सूरज मुझसे आंख मिलाते घबराता है। चांद सितारों की औकात है क्या ? खेला हूँ मैं सदा आग से, अंगारों के गांव में। मैं पलता-फलता आया जहरीली फुफकारों की छाँव में। इतने कांटे चुभे कि तलवे मेरे छलनी हो गये, चलने का है जोश भला, फिर भी मेरे पावों में।
किरोड़ी लाल ने एक्स पर लिखा- सूरज मुझसे आंख मिलाते घबराता है। चांद सितारों की औकात है क्या ? खेला हूँ मैं सदा आग से, अंगारों के गांव में। मैं पलता-फलता आया जहरीली फुफकारों की छाँव में। इतने कांटे चुभे कि तलवे मेरे छलनी हो गये, चलने का है जोश भला, फिर भी मेरे पावों में।किरोड़ी लाल ने गुरुवार को फिर से सोशल मीडिया के जरिए अपना दर्द व्यक्त किया है। उन्होंने इस बार एक शायरी शेयर करते हुए कहा है कि सूरज मुझसे आंख मिलाते घबराता है, चांद सितारों की औकात है क्या?
इससे पहले भी उपचुनाव परिणाम के दिन किरोड़ी लाल मीणा ने इशारों में अपना दर्द बयां किया था। उन्होंने कहा था कि गैरों में कहां दम था, मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा है। किरोड़ी लाल ने दौसा चुनाव में भितरघात करने वाले नेताओं को मेघनाथ भी बताया था। कहा था कि लोगों ने मेघनाथ बनकर मेरे लक्ष्मण जैसे भाई पर शक्ति का बाण चला डाला
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपने भाई जगमोहन मीणा की हार के बाद अपने एक्स हैंडल पर लिखते हुए कहा था कि मुझे 45 साल हो गए। राजनीति के सफर के दौरान सभी वर्गों के लिए संघर्ष किया। जनहित में सैंकड़ों आंदोलन किए। साहस से लड़ा। बदले में पुलिस के हाथों अनगिनत चोटें खाईं। आज भी बदरा घिरते हैं तो समूचा बदन कराह उठता है। मीसा से लेकर जनता की खातिर दर्जनों बार जेल की सलाखों के पीछे रहा।