हिस्ट्री रबड़ से नहीं मिटेगी, अजमेर में होटल का नाम बदलने पर गरमाई सियासत
- चिश्ती ने कहा- हमारी 800 साल पुरानी विरासत है। कहीं इलाहाबाद के नाम बदले जा रहे हैं, कहीं मुगलसराय के, कहीं सराय काले खां के, तो कभी औरंगाबाद के। हिस्ट्री को रिराइट करने के कोशिश की जा रही है। मगर ये रबड़ से नहीं मिटेगी।
राजस्थान में 45 साल पुराने खादिम होटल का नाम बदलने पर सियासत गर्मा गई है। खादिमों के संघ अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने बीजेपी पर निशाना साधा है। चिश्ती ने कहा है कि, 'लाल किला, कुतुबमीनार और ताजमहल भी तोड़ दो। मगर इतिहास तुम्हारी रबड़ से नहीं मिटेगा।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को अजमेर के खादिम होटल का नाम अजयमेरू कर दिया गया। विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी के निर्देश पर आरटीडीसी एमडी ने आदेश जारी कर दिए थे। अब इस मामले में सियासती गरमा गई है।
चिश्ती ने वीडियो जारी करते हुए कहा- भारतीय जनता पार्टी के आदेश पर राजस्थान टूरिज्म डेवलपमेंट अथॉरिटी ने अजमेर के खादिम टूरिस्ट होटल का नाम बदलकर अजयमेरू कर दिया है। अजमेर शहर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए फेमस है। हम उसके खादिम हैं। वंशानुगत (संतान) हैं। हमारी 800 साल पुरानी विरासत हैष कहीं इलाहाबाद के नाम बदले जा रहे हैं, कहीं मुगलसराय के, कहीं सराय काले खां के, तो कभी औरंगाबाद के। हिस्ट्री को रिराइट करने के कोशिश की जा रही है। मगर ये रबड़ से नहीं मिटेगी।
सरवर चिश्ती ने आगे कहा, 'ताजमहल, लाल किला, कुतुब मीनार, इनको भी गिरा दो। लाल किला जहां से प्राइम मिनिस्टर भाषण देते हैं, सुप्रीम कोर्ट, प्रेसिडेंट हाउस, पार्लियामेंट, हाई कोर्ट, केंटोनमेंट, ऑफिस के बंगले, यह सब ब्रिटिशयन के दिए हुए हैं। गुलामी के प्रतीक है ना, इनको भी हटा दो। दुनिया के अंदर हिस्ट्री, कल्चर, हेरिटेज को प्रिज्व किया जाता है। मगर आप इसको मिटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कैसे मिटाएंगे?