जोधपुर का अनीता चौधरी हत्याकांड: CBI करेगी जांच, परिजनों को मिलेंगे 51 लाख
- ऐसा माना जा रहा है कि हनुमान बेनीवाल के दबाव के चलते सरकार ने समझौता किया है। करीब 20 दिन से अनीता चौधरी का दाह संस्कार नहीं हुआ था। परिजनों को राज्य सरकार एवं जनप्रतिनिधि मिलकर 51 लाख का आर्थिक सहयोग करेंगे।
राजस्थान के जोधपुर का बहुचर्चित अनीता चौधरी हत्या मामले में आखिरकार सरकार और परिजनों के बीच समझौता हो गया है। राज्य सरकार ने CBI से जांच की मांग को स्वीकार कर लिया है। आज ही अनीता चौधरी का अंतिम संस्कार भी किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि हनुमान बेनीवाल के दबाव के चलते सरकार ने समझौता किया है। करीब 20 दिन से अनीता चौधरी का दाह संस्कार नहीं हुआ था।
परिजनों को राज्य सरकार एवं जनप्रतिनिधि मिलकर 51 लाख का आर्थिक सहयोग करेंगे। मृतका के पुत्र को संविदा पर नौकरी देने का भी निर्णय हुआ। परिजनों के मांगे मान लिए जाने के बाद धरना समाप्त किया गया। विधायक भैराराम सियोल, देवेंद्र जोशी ने समझौते की आधिकारिक घोषणा की गई है.
हनुमान बेनीवाल के जोधपुर पहुंचते ही हजारों की संख्या में लोग धरने में पहुंचे। फिर सरकार की ओर से अधिकारी और ओसियां विधायक ने लोगों से बात करते की, जिसके बाद चार मांगों पर सहमति बनी। RLP के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल कल इस धरने में सम्मिलित हुए उसके बाद से ही सरकार और प्रशासन हरकत में आया सरकार के और से प्रतिनिधि के रूप में ओसिया के विधायक भैराराम सियोल इस धरने में रात्रि 3:00 बजे पहुंचे और उनके साथ जोधपुर कमिश्नर राजेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।
रात को 3:00 बजे मांगों पर सहमति बनी और आज सुबह दोबारा वार्ता हुई वार्ता के बाद चार मांगों पर सहमति बनने के बाद धरनास्थल कुड़ी पहुंचे और धरने की समाप्ति की घोषणा की. इस दौरान आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सीबीआई को इस मामले को सौंपा जाएगा। दूसरा आर्थिक सहायता के रूप में 51 लाख रुपए और संविदा पर नौकरी, इसके अलावा दो अधिकारियों को हटाने जिसमें डीसीपी व SHO को हटाने सहित मांगों पर सहमति बनने के बाद इस घरने की समाप्ति की घोषणा की गई।