डूंगरपुर में प्रिंसिपल ने 6 छात्राओं से किया यौन शोषण, छुट्टी के दिन बुलाता था; करता था ऐसा काम
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में 6 छात्राओं के यौन शोषण के आरोपी प्रिंसीपल रमेश चंद्र कटारा को कोर्ट ने एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस पूछताछ में प्रिंसीपल ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए है।
Principal Raped Student in Dungarpur: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में 6 छात्राओं के यौन शोषण के आरोपी प्रिंसीपल रमेश चंद्र कटारा को कोर्ट ने एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस पूछताछ में प्रिंसीपल ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए है। स्कूल के अलावा निजी आवास पर भी छात्राओ को बुलाता था और यौन शोषण करता था। उल्लेखनीय है कि 6 छात्राओं ने सदर थाने में मामला दर्ज कराया था। नाबालिग छात्राओं ने अपने ही स्कूल के प्रिंसिपल पर छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें करने के साथ ही दुष्कर्म करने के आरोप लगाए हैं। मामले में कलेक्टर से शिकायत के बाद आरोपी प्रिंसिपल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
सदर थाना इलाके के सरकारी स्कूल से जुड़ा मामला
डूंगरपुर शहर के सदर थाना इलाके के सरकारी स्कूल से जुड़ा है। गांव के सरकारी स्कूल की छात्राओं ने हाल ही में अपने परिजनों के साथ जिला कलेक्टर लक्ष्मीनारायण मंत्री के सामने उपस्थित होकर शिकायत दर्ज कराई थी। स्कूल की 6 छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराते हुए स्कूल के प्रिंसिपल रमेशचंद्र कटारा पर गंभीर आरोप लगाए। छात्राओं का आरोप था कि प्रिंसिपल छुट्टी के दिनों में स्कूल में पौधों को पानी पिलाने सहित विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए स्कूल बुलाता है। बाद में उनके साथ छेड़छाड़ करता है। पीड़ित छात्राओं की रिपोर्ट पर सदर थाने में प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले की जांच की। 2 दिनों तक पीड़ित छात्राओं के बयान लिए और मेडिकल कराया, उसके बाद अब पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल रमेश चंद्र कटारा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ पोक्सो एक्ट और दुष्कर्म सहित विभिन्न संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
केंद्रीय मंत्री ने शेखावत ने साधा निशाना
डूंगरपुर में एक सरकारी स्कूल में 6 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बेटियों के सामने हमारे सिर शर्म से झुके हैं, क्योंकि शिक्षा के मंदिर स्कूल तक में हैवान पसरे हैं।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कभी दुष्कर्म की घटनाओं को बेटियों की नजर से देखने की कोशिश नहीं की, उल्टे रेप को मर्दानगी से जोड़कर सदन में ठहाके लगाती रही। बेटियों भी सब देखती हैं और सुनती हैं। उन्हें कैसा लगता होगा?
शेखावत ने कहा कि काश, सरकार लिंगभेद न करते हुए कड़े इंतजाम करती, राजस्थान तब रेप के मामलों में शर्मिंदगी के साथ सबसे ऊपर नहीं होता।
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