अलवर में रियल एस्टेट कारोबारी धनकुबेर निकला, जानें IT रेड में क्या-क्या मिला?
- आयकर विभाग को त्रेहान होम डवलपर्स द्वारा कर चोरी और काली कमाई की सूचना मिली थी। जिस पर विभाग ने एक्शन लेते हुए हरियाणा और राजस्थान की अन्वेषण शाखा की 20 टीमें गठित की।
राजस्थान के अलवर में रियल एस्टेट कारोबारी त्रेहान होम डवलपर्स और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई शनिवार रात को पूरी हो गई। तीन दिन चली कार्रवाई में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की अघोषित सम्पत्ति उजागर हुई है। इसके अलावा आयकर विभाग की टीम ने डवलपर्स के ठिकानों से करीब 19.50 करोड़ रुपए का कैश और गोल्ड सीज किया है। कार्रवाई पूरी होने के बाद टीम अलवर से रवाना हो गई।
आयकर विभाग को त्रेहान होम डवलपर्स द्वारा कर चोरी और काली कमाई की सूचना मिली थी। जिस पर विभाग ने एक्शन लेते हुए हरियाणा और राजस्थान की अन्वेषण शाखा की 20 टीमें गठित की। इन टीमों में 100 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों ने गुरुवार सुबह भारी पुलिस लवाजमे के साथ रियल एस्टेट समूह के अलवर में 7, गुरुग्राम में 7 और फरीदाबाद में 6 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
विभाग की 7 अलग-अलग टीमों ने अलवर में त्रेहान होम डवलपर्स की अपनाघर शालीमार सोसायटी के ऑफिस में छापेमारी की। अलवर शहर में त्रेहान होम डवलपर्स के साथ काम करने वाले अलवर निवासी अशोक सैनी, कुलदीप कालरा और सीए सुमित गुप्ता के घर व ऑफिस में टीमों ने सर्च ऑपरेशन चलाया।
आयकर विभाग के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार तीन दिन के सर्च ऑपरेशन में रियल एस्टेट कारोबारी और उसके सहयोगियों के ठिकानों से करीब 7 करोड़ रुपए और 12.50 करोड़ रुपए का सोना बरामद हुआ। जिसमें 8.50 करोड़ रुपए की कीमत की सोने की ईंट भी शामिल हैं।
इसके अलावा करीब 100 करोड़ रुपए की अघोषित सम्पत्ति उजागर हुई। जिसमें प्लॉट, फ्लैट और जमीनों से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं। आयकर विभाग की तीन दिन तक चली इस कार्रवाई से अलवर के रियल एस्टेट कारोबारी और उनसे जुड़े लोगों में हड़कंप मचा रहा।
छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीमें दस्तावेजों, डिजिटल रिकॉर्ड और बैंक खातों की जांच जुटी रही। अधिकारियों का कहना है कि आयकर विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि कर चोरी और काले धन पर लगाम लगाने के लिए विभाग पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह कार्रवाई इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।