Hindi Newsराजस्थान न्यूज़In Alwar cyber thugs are showing fear of police and CBI and doing digital arrest

अलवर में साइबर ठग सक्रिय, पुलिस-CBI का दिखा रहे हैं डर; ऐसे देते है यातना

  • दिल्ली एनसीआर से सटे अलवर में साइबर ठग सक्रिय है। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद इन पर रोक नहीं लग पा रही है। साइबर ठगों ने हाल में बहरोड़ में 16 घंटे तक यातना दी। पुलिस और सीबीआई का डर दिखाया।

Prem Narayan Meena लाइव हिन्दुस्तानSun, 24 Nov 2024 09:00 AM
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दिल्ली एनसीआर से सटे अलवर में साइबर ठग सक्रिय है। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद इन पर रोक नहीं लग पा रही है। साइबर ठगों ने हाल में बहरोड़ में 16 घंटे तक यातना दी। पुलिस और सीबीआई का डर दिखाया। पीड़ित के मुताबिक अचानक दोपहर दो बजे मेरे पास एक फोन आया।फोन करने वाले ने मुझे ट्राई का अधिकारी बनकर बात की। उसने बताया कि आपके नाम की एक सिम से बड़े स्तर पर अपराध किए गए हैं। आपके मोबाइल को बंद किया जाता है साथ ही आपका आधार कार्ड भी निरस्त किया जाएगा। उसने कहा कि अपराध मुम्बई में हुआ है। इसकी जांच की जा रही है। उसने बताया कि आपसे हमारे साइबर अधिकारी बात करेंगे। यह कह कर उसने कॉल ट्रांसफर कर दिया।

युवक ने बताया कि उन लोगों ने मेरे मोबाइल पर व्हाटस ऐप पर वीडियो कॉल कर जोड़ा। सामने पुलिस ड्रेस में एक अधिकारी बैठा नजर आया। उसने काफी देर तक मेरे को धमकाया। इस दौरान मुझ पर मनी लॉन्ड्रिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग और दो करोड़ के लेनदेन का आरोप लगाया। छह घंटे से भी अधिक तक विभिन्न अधिकारियों ने मेरे से बातचीत की। वे मुझे डराते रहे, बाद में कहा कि सीबीबाई मामले की जांच कर रही है। इस बारे में घरवालों से किसी को भी कुछ नहीं बताना है।

उन्होंने मुझे बंद कमरे में अंधेरा करके जूम ऐप पर माइक्रोफोन की आवाज ऑन रखने को कहा। सुबह बड़े अधिकारी मामले में बात करेंगे। इससे डर कर मैं रात भर परेशान रहा। खाना भी नहीं खाया और न ही कमरे से बाहर निकला। इससे घरवालों को शक हो गया। उन्होंने सुबह जबरदस्ती दरवाजा खुलवाया, तब उन्हें मामले की जानकारी दी। इस पर घरवालों ने ठगों को कॉल कर हड़काया तो उन्होंने मोबाइल बंद कर लिए साथ ही भेजे गए मैसेज भी डिलीट कर दिए।

राजस्थान पत्रिका की खबर के अनुसार युवक लंदन पढाई के लिए जा रहा था, उसके खाते में लाखों रुपए परिजनों ने डलवा रखे थे। यदि सुबह वह नहीं बताता तो वह ठगों का शिकार बन सकता था। इसके बाद उसने स्थानीय पुलिस को लिखित शिकायत भेजी है। पुलिस को अन्देशा है की उसने जिस एजेंसी के माध्यम से वीजा अप्लाई किया था वहां से उसकी डिटेल लीक होकर ठगों तक पहुंची है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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