IAS-IPS Transfer List: सीएम भजनलाल शर्मा का मास्टरस्ट्रोक या मजबूरी?
- चिवालय के गलियारों में चर्चा है कि अधिकांश तबादले विधायकों की डिजायर पर किए गए है। मुख्यमंत्री ने विधायकों को खुश करने के लिए उनकी बात को तवज्जो दी है।
राजस्थान में सीएम भजनलाल शर्मा ने एक बार फिर ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल किया है। 7 विधानसभा उप चुनाव से पहले हुए फेरबदल के सियासी मायने निकाले जा रहे है। सचिवालय के गलियारों में चर्चा है कि अधिकांश तबादले विधायकों की डिजायर पर किए गए है। मुख्यमंत्री ने विधायकों को खुश करने के लिए उनकी बात को तवज्जो दी है। सरकार ने 22 आईपीएस अफसरों के जो तबादले किए है, अधिकांश अफसर विधायकों की पसंद के बताए जा रहे है।
राज्य सरकार ने एक डीजी और 11 एडीजी बदले है। 8 आईजी और 9 डीआईजी का तबादला किया है। 14 जिलों के एसपी बदले है। तबादला सूची से साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री ने विधायकों की पंसद के आधार पर तबादले किए है। प्रदेश में इन दिनों कानून व्यवस्था बड़ा मुद्दा है। अजमेर में सरेआम फायरिंग की घटना हो या फिर दुष्कर्म के मामले। विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
ऐसे में जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने इस बार पुलिस महकमे में तबादले विधायकों की पसंद के आधार पर ही किए है। ताकि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सत्ता पक्ष के विधायक अफसरों की कार्यशैली पर सवाल नहीं उठा पाए। क्योंकि अफसर विधायकों की पंसद पर ही लगाए है। ऐसे में अफसरों के साथ-साथ विधायकों की जवाबदेही बन जाती है। सियासी जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने विधायकों की बात मानकर गेंद उन्हीं के पाले में डाल दी है।