45 घंटे से बोरवेल से नहीं निकला आर्यन, भूखा-प्यासा; पाइलिंग मशीन से खुदाई जारी
- राजस्थान के दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में बोरवेल में गिरे पांच साल के बालक आर्यन को 45 घंटे से चल रहे रेस्क्यू आपरेशन के बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है। परिजनों और प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।
राजस्थान में दौसा जिले के पापड़दा क्षेत्र में कालीखाड़ गांव में बोरवेल में गिरे पांच साल के बालक आर्यन को 45 घंटे से चल रहे रेस्क्यू आपरेशन के बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है। परिजनों और प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। बालक आर्यन सोमवार शाम 3 बजे से बोरवेल में है, जिससे बचने की उम्मीद अब जवाब देने लगी है। मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी और परिजनों की सांसे अटकी हुई हैं।वहीं, एनडीआरफ के जवान लगातार मासूम को सकुशल बाहर निकालने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं।
एनडीआरफ कमांडेंट योगेश कुमार ने बताया कि मासूम के अंदर आखिरी बार मूवमेंट रात 2 बजे देखी गई थी। इसके बाद कोई मूवमेंट नजर नहीं आई। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मासूम सो रहा है या घबराया हुआ है। इसके कारण मूवमेंट नहीं कर पा रहा है। राहत एवं आपदा मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि आपदा विभाग की ओर से दौसा जिला प्रशासन को 10 लाख रुपए जारी किए गए हैं, ताकि राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किया जा सके। मीणा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम के दौरान आज उनके विभाग का प्रजेंटेशन है, इसलिए वह कालीखाड गांव में नहीं जा पा रहे हैं।
बता दें सोमवार दोपहर 3 बजे दौसा जिले में करीब 160 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 5 साल के मासूम का अब तक रेस्क्यू नहीं हो सका है। करीब 24 घंटे से कालीखाड़ गांव में बोरवेल के आसपास 7 जेसीबी और 3 एलएनटी मशीन खुदाई में लगी है। जिला कलेक्टर का कहना है कि बच्चे से बातचीत नहीं हो पा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार मासूम 300 फीट गहरे बोरवेल में करीब 150 फीट की गहराई पर फंसा हुआ है।
रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। इस दौरान करीब 50 फीट से अधिक खुदाई हो चुकी है। आर्यन 155 फीट पर फंसा हुआ है। NDRF भी बच्चे को रेस्क्यू करने में जुटी है, लेकिन अभी सफलता नहीं मिली है। NDRF ने एक और रिंग बनाई है, जिसके जरिए बच्चे को निकालने का प्रयास किया जाएगा। इसमें SDRF भी NDRF का सहयोग कर रही है। घटनास्थल पर भाजपा नेता जगमोहन मीणा भी रात भर से डटे हुए हैं। कलेक्टर देवेंद्र कुमार, एएसपी दिनेश अग्रवाल, एसडीएम यशवंत, मीणा, डिप्टी एसपी चारुल गुप्ता भी मौके पर मौजूद हैं। तीन LNT और सात जेसीबी मशीनों से खुदाई का काम जारी है।
जिला कलेक्टर ने बताया कि पापड़दा इलाके में स्थित काली खाड़ गांव की ढाणी डांगडा में पांच वर्षीय मासूम आर्यन मीना (5) पुत्र जगदीश मीना खेलते समय घर के पास स्थित खुले बोरवेल में गिर गया। बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। प्रशासनिक अधिकारियों को भी तुरंत सूचित किया गया सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव, जिला परिषद सीईओ, नांगल राजावतान डीएसपी चारुल गुप्ता, एसडीएम यशवंत मीना, थाना प्रभारी मालीराम, दौसा विधायक डीसी बैरवा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
मासूम के परिजन लगातार बच्चे को आवाज दे रहे हैं ताकि वह घबराए नहीं। अपने परिजनों की आवाज सुनकर बच्चा जवाब भी दे रहा है। प्रशासन ने बोरवेल में ऑक्सीजन की नली डाली है ताकि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ न हो। मासूम की जान बचाने के लिए प्रशासन ने एनडीआरएफ टीम को भी मौके पर बुलाया है. फिलहाल एसडीआरएफ की टीम और प्रशासन अपने स्तर पर बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
मौके पर करीब 10 जेसीबी से खुदाई का काम किया जा रहा है और मिट्टी हटाने के लिए 10 ट्रैक्टर लगाए गए हैं। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार जगदीश मीना के चार बेटे और एक बेटी हैं। इनमें आर्यन सबसे छोटा बेटा है। घटना के बाद मासूम के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आसपास की महिलाएं और ग्रामीण परिजनों को ढांढस बंधाने में लगे हुए हैं।