जब अपने हो जाए बेवफा तो क्या कीजिए.. दौसा से हार पर बोले किरोड़ी लाल मीणा के भाई
- राजस्थान की दौसा विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। कांग्रेस प्रत्याशी केसी बैरवा ने बीजेपी के जगमोहन मीणा को 2300 मतों से हरा दिया है। जगमोहन को 73034 वोट मिले।
राजस्थान की दौसा विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। कांग्रेस प्रत्याशी केसी बैरवा ने बीजेपी के जगमोहन मीणा को 2300 मतों से हरा दिया है। जगमोहन को 73034 वोट मिले। जबकि कांग्रेस के दीन दयाल बैरवा को 75334 वोट मिले। हार के बाद जगमोहन मीणा ने कहा-जनता ने बहुत प्यार दिया। कार्यकर्ताओं ने खूब मेहनत की, लेकिन अब तो यह स्पष्ट हो ही गया है कि क्या कारण रहे है। ये तो आप को भी मालूम है। जब अपने हो जाए बेवफा तो क्या कीजिए। जगमोहन मीणा ने कहा कि वह गौशाला का काम देखेंगे।
हार के बाद जगमोहन मीणा ने कहा-जनता ने बहुत प्यार दिया। कार्यकर्ताओं ने खूब मेहनत की, लेकिन अब तो यह स्पष्ट हो ही गया है कि क्या कारण रहे है। ये तो आप को भी मालूम है। जब अपने हो जाए बेवफा तो क्या कीजिए। जगमोहन मीणा ने कहा कि वह गौशाला का काम देखेंगे।
बता दें कांग्रेस के विधायक मुरारीलाल मीणा के सांसद बनने के बाद यहां उपचुनाव हो रहे है। यहां से बीजेपी ने किरोड़ी लाल के भाई को टिकट दिया है। पहले माना जा रहा है था कि मैच फिक्सिंग है, लेकिन चुनाव का समय नजदीक आते ही फाइट टाइट हो गई। किरोड़ी लाल का भाई के बयान से साफ जाहिर हो रहा है कि उन्हें भितरघात की वजह से हार का सामना करना पड़ा है। पूर्व सांसद जसकौर मीणा ने चुनाव से दूरी बनाए रखी थी। यह भी हार की एक वजह हो सकती है। हालांकि, किरोड़ीलाल ने माहौल बनाने के लिए सीएम भजनलाल से रोड शो करवाया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
वर्ष 2023 में दौसा विधानसभा से मुरारी लाल मीणा को कांग्रेस ने टिकट दिया और मुरारीलाल मीणा ने भाजपा के प्रत्याशी शंकर लाल शर्मा को चुनाव हराकर जीत दर्ज की थी। वर्तमान में मीणा दौसा से सांसद हैं। आपको बता दें कि वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में विधायक मुरारीलाल मीणा की पत्नी सविता मीणा ने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, जहां भाजपा की सांसद जसकौर उन्हें हरा दिया था।