By Election: वसुंधरा राजे के समर्थकों को मिलेगा टिकट? जानिए कौन कहां से टिकट के दावेदार
- 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा में जयपुर से लेकर दिल्ली तक मैराथन बैठकों का दौर चला। कोर कमेटी ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने हर विधानसभा सीट के लिए तीन-तीन नाम का पैनल तैयार रखा।
राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी कांग्रेस से दो कदम आगे चल रही है। जहां कांग्रेस ने अभी तक बैठकों का दौर ही शुरू किया है, वहीं भाजपा ने उम्मीदवारों का पैनल तक तैयार कर लिया है। रविवार को प्रदेश की 7 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा में जयपुर से लेकर दिल्ली तक मैराथन बैठकों का दौर चलाय़ प्रदेश कोर कमेटी ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने हर विधानसभा सीट के लिए तीन-तीन नाम का पैनल तैयार रखा।
दौसा से शंकर लाल शर्मा, जगमोहन मीणा और अर्चना मीणा। इनमें शंकर लाल शर्मा को वसुंधरा राजे का समर्थक माना जाता है। जबकि किरोड़ी लाल अपने भाई जगमोहन को टिकट दिलाना चाहते है। पूर्व सांसद जमकौर मीणा अपनी बेटी अर्चना के लिए पैरवी कर रही है। खींवर से ज्योति मिर्धा, रामगढ़ से पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा इस बार खुद चुनाव लड़ने को इच्छुक बताए जा रहे है। पिछली बार उनके भतीजे जय आहूजा को हार का सामना करना पड़ा था। जबकि अलवर शहर के पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल भी दावेदारी जता रहे है। सिंघल को राजे समर्थक माना जाता है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हारे बड़े चेहरों पर दांव खेल सकती है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समर्थकों को पार्टी देगी या नहीं। हालांकि, वसुंधरा राजे उपचुनाव से जुड़ी बैठकों से दूरी बनाए हुए है। सियासी जानकारों का कहना है कि पार्टी आलाकमान राजे समर्थकों को टिकट देने का इच्छुक नहीं है।
प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों को लेकर पहले मुख्यमंत्री आवास पर कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक में वैसे तो सभी उपचुनाव वाली सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई, लेकिन झुंझनू, खींवसर, चौरासी, देवली-उनियारा और सलूंबर सीटों पर बड़े चेहरों पर दांव खेलने पर विचार विमर्श हुआ। इनमें विधानसभा और लोकसभा चुनावों में हारे हुए प्रत्याशियों के नामों पर भी बात हुई।
पार्टी सूत्रों की मानें तो हरियाणा चुनाव में हारी बाजी जीता कर लाने वाले डॉ. सतीश पूनिया पर पार्टी झुंझुनू से दांव खेल सकती है। इसी तरह से खींवसर सीट से विधानसभा और लोकसभा चुनाव हार चुकीं ज्योति मिर्धा पर पार्टी फिर से दांव खेलने की तैयारी में है। वहीं, चौरासी सीट पर पूर्व मंत्री सुशील कटारा और देवली-उनियारा से पूर्व मंत्री प्रभु लाल सैनी पर भी पार्टी विचार कर रही है।