नहीं रहे संगीतकार रफीक सागर, कई बॉलीवुड-भोजपूरी फिल्मों में थी प्लेबैक सिंगिंग
- रफीक सागर गजलों और भजनों के गायन में अपने अनूठे अंदाज के लिए जाने जाते थे। वे गजल लीजेंड मेंहदी हसन को अपना उस्ताद मानते थे। क्षत्रिय फिल्म के गीत 'सपने में सखी' से उन्हें नई पहचान मिली थी।
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राजस्थान के बीकानेर जिले के संगीतकार रफीक सागर का निधन हो गया है। बॉलीवुड और भोजपुरी फिल्मों में अपनी सेवाएं देने वाले रफीक सागर का हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। रफीक सागर गजलों और भजनों के गायन में अपने अनूठे अंदाज के लिए जाने जाते थे। वे गजल लीजेंड मेंहदी हसन को अपना उस्ताद मानते थे।
क्षत्रिय फिल्म के गीत 'सपने में सखी' से उन्हें नई पहचान मिली थी। लोग उन्हें पहचानने लगे थे और हर जगह उनकी चर्चाएं होने लगी थीं। आपको बता दें कि रफीक सागर प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर राजा हसन के पिता हैं, जिन्हें 1 हफ्ते पहले ही फिल्मफेयर ओटीटी अवार्ड 2024 से नवाजा गया है।
उल्लेखनीय है कि उनके भजन 'सपने में सखी देखो नंद गोपाल' ने उन्हें खासा लोकप्रियता दिलाई। रफीक सागर के पुत्र राजा हसन भी संगीत की दुनिया का एक जाना-माना नाम हैं और उन्होंने अपने पिता की संगीत विरासत को बखूबी आगे बढ़ाया। पिता और पुत्र की इस जोड़ी ने संगीत के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई थी।