रिफाइनरी पर गरमाई सियासत,अशोक गहलोत गहलोत बोले- एक साल बर्बाद कर दिया
- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उद्योग वाणिज्य राज्यमंत्री केके विश्नोई ने 10 जनवरी बालोतरा स्थित पचपदरा रिफाइरी का दौरा किया था। इस दौरान विश्नोई ने कहा था- अप्रैल तक रिफाइनरी का बड़ा हिस्सा शुरू हो सकता है।
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने रिफाइनरी शुरू नहीं होने पर कहा कि भजनलाल सरकार ने एक साल बर्बाद कर दिया है। बता दें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उद्योग वाणिज्य राज्यमंत्री केके विश्नोई ने 10 जनवरी बालोतरा स्थित पचपदरा रिफाइरी का दौरा किया था। इस दौरान विश्नोई ने कहा था- अप्रैल तक रिफाइनरी का बड़ा हिस्सा शुरू हो सकता है। इसके बाद जयपुर में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने यह बयान दिया है।वहीं सीएम भजनलाल शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि जुमलेबाजी में टाइम खराब नहीं करते। जबकि राजेंद्र सिंह राठौड़ का आरोप है कि कांग्रेस ने काम अटकाया है।
गहलोत ने एक्स पर लिखा-देखिए एक साल बर्बाद और कर दिया, इनको चाहिए था सरकार बनते ही, रिफाइनरी का जब मैं गया था वहां पर रिव्यू करने के लिए तब वादा किया था कि हम 31 दिसंबर 24 तक पूरा कर देंगे, अब ये कह रहे हैं एक महीना दो महीना, अच्छी बात है अगर आ जाए एक दो महीने के अंदर तो हमें खुशी होगी क्योंकि पांच साल तो बर्बाद कर दिए पहले इन्होने।
जब शिलान्यास हमनें करवाया था 2013 के अंदर फिर पांच साल इस पर काम नहीं हुआ। इसकी जो लागत थी लगभग 40 हजार करोड़ की वो लगभग 70 हजार करोड़ की हो गई। अब जो मैं कहना चाहूंगा कि इनको चाहिए था आते ही, रिफाइनरी एक चीज है, उसमें तो जो तेल रिफाइन होगा वो देश भर में जाएगा या उत्तर भारत में जाएगा वो एक अलग इश्यू है, मेन है इसमें पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बन रहा है।
आधुनिक टेक्नीक का और ये रिफाइनरी भी आधुनिक टेक्नीक की बन रही है, लेटेस्ट जो टेक्नोलॉजी है , ये हमें समझाना है सरकार को, आग्रह करते हैं सरकार से, कि आप समझने की कोशिश करो इसमें जो जमीनें हमनें ईयरमार्क करी हैं पचपदरा और आसपास के अंदर वहां पर बड़े रूप के अंदर यहां पर पेट्रोकेमिकल प्रोडक्ट जो बनेंगे,कई तरह के बनेंगे, सौ तरह के बनेंगे, ज्यादा बन सकते हैं, प्लास्टिक आधारित कई इंडस्ट्री लगेगी, उसकी तैयारी बिल्कुल नहीं हो रही है।
उनकी जमीनों का डेवलपमेंट रीको कर रहा होगा, उस पर क्या आपकी कार्रवाई हो रही है? उसका फायदा राजस्थानवासियों को ज्यादा मिलेगा क्योंकि हमारी युवा पीढ़ी जो निवेश करने वाले छोटे बड़े जो होंगे, स्मॉल इंडस्ट्री वाले होंगे उन सबके लिए आपको ट्रेनिंग करवानी है, उनको एजुकेट करना है लोन कैसे मिलेगा, टेक्नीक क्या है बनाने की, क्या क्या प्रोडक्ट बनेंगे, जहां जहां पेट्रोकेमिकल है देश के अंदर, बड़ौदा के अंदर है मेरे ख्याल से, वहां इनको टीम भेजनी चाहिए, जानकारी प्राप्त करें अधिकारी लोग भी और तैयारी अभी साथ में करें कि कैसे हमारे हजारों लाखों लोग उसमें रोजगार मिलेगा और मैं समझता हूं सबसे बड़ा काम ये होगा। खाली रिफाइनरी रिफाइनरी बात करते हैं, इनको चाहिए।
मुख्यमंत्री को चाहिए कि आप उस पर ध्यान दें कि पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का आगे आने वाले वक्त में किस प्रकार से यहां पर उपयोग होगा उसका फायदा हमें मिलेगा मेन बात यह है। रिफाइनरी तो लग गई है, इन्वेस्टमेंट बड़ा हो गया है वो अलग बात है,मेन काम यह है,इसको करना चाहिए।