अलवर कोर्ट में ACB का ऐक्शन, बाबू को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते किया ट्रैप
- आरोपी वरिष्ठ सहायक मीणा ने रिश्वत की राशि परिवादी रमन सैनी से नारायणपुर में निजी स्कूल की जमीन पर लगे स्टे को हटवाने के एवज में ली थी। आरोपी ने रिश्वत की राशि न्यायालय परिसर में परिवादी की गाड़ी में पीछे की सीट पर बैठ कर ली।
राजस्थान के अलवर की एसीबी टीम ने न्यायालय परिसर से राजस्व अपील अधिकरण (आरएए) के वरिष्ठ सहायक जितेन्द्र मीणा को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी वरिष्ठ सहायक मीणा ने रिश्वत की राशि परिवादी रमन सैनी से नारायणपुर में निजी स्कूल की जमीन पर लगे स्टे को हटवाने के एवज में ली थी। आरोपी ने रिश्वत की राशि न्यायालय परिसर में परिवादी की गाड़ी में पीछे की सीट पर बैठ कर ली और उसने नोटों को गिना भी।
इस बीच एसीबी टीम को आता देख वह नोटों को सड़क पर फेंक भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन एसीबी टीम ने उसे रिश्वत की राशि समेत गाड़ी में ही दबोच लिया। आरोपी बानसूर का निवासी है। परिवादी की शिकायत पर एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक अनिल कयाल के सुपरविजन में एसीबी की अलवर प्रथम इकाई के उप अधीक्षक महेन्द्र कुमार के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। मांग के सत्यापन के बाद गुरुवार को उप अधीक्षक महेन्द्र कुमार की ओर से मय टीम ट्रैप की कार्रवाई कर आरोपी जितेन्द्र मीणा को परिवादी से एक लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ एवं कार्रवाई जारी है। एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा। एसीबी के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की अलवर प्रथम इकाई को परिवादी की ओर से शिकायत दी गई थी कि स्कूल समिति की नाम से क्रयशुदा खातेदारी भूमि पर राजस्व मंडल अजमेर एवं आरएए के स्थगन आदेश को हटवाने की एवज में आरोपी वरिष्ठ सहायक जीतेन्द्र मीणा को 1 लाख 50 हजार रुपए रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।